प्रयागराज में स्थित इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मोहम्मद सादिक की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। इसके बावजूद उन्हें परिवार सहित करेली स्थित वारंट इन सेंटर में क्वॉरेंटाइन किया गया है। लाकडाउन के 18 दिन तक अभी मात्र एक कोरोना पॉजिटिव प्रयागराज में मिला है। इस बीचप्रयागराज जंक्शन चौराहे से लेकर नखास कोना चौराहे तक का इलाकाशुक्रवार की आधी रात से सील कर दिया गया। इस इलाके में अब्दुल्ला मस्जिद और मुसाफिर खाने में ठहरे साथ इंडोनेशियाई नागरिकों में से एक के कोरोंवायरस पॉजिटिव मिलने के बाद से ही स्वास्थ्य विभाग ने इस इलाके को सील कर दिया था।
मऊ जनपद के रहने वाले है प्रोफेसर, तब्लीगी जमात में हुए थे शामिल
मूलतः मऊ जनपद के दक्षिण टोला कोतवाली स्थित बुलाकी का पूरा निवासी मोहम्मद शाहिद इविवि के राजनीति विज्ञान विभाग में प्रोफेसर हैं। वह परिवार समेत शिवकुटी थाना के मेंहदौरी कॉलोनी में रहते हैं। प्रो. शाहिद 10 मार्च तक दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे।
वहां से प्रयागराज लौटने के बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा भी कराई। पुलिस ने उनसे पहले पूछताछ की थी तो उन्होंने जमात में शामिल होने की बात से इन्कार कर दिया था। बुधवार को पुलिस ने सुबूत के साथ फिर पूछताछ की तो उन्होंने स्वीकार किया कि जमात में शामिल हुए थे।
इंडोनेशियाई जमातियों के रुकने की प्रोफेसर ने कराई थी व्यवस्था
इसके अलावा पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि ट्रेन से दिल्ली से गया जा रहे इंडोनेशियाई जमातियों को उन्होंने अब्दुल्ला मस्जिद के मुतवल्ली को फोन कर मस्जिद के मुसाफिर खाने में उनके रुकने की व्यवस्था कराई थी। उन्होंने जमात में शामिल होने की जानकारी विश्वविद्यालय प्रशासन को भी नहीं दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया, तब विश्वविद्यालय प्रशासन को जानकारी मिली। हालांकि, जांच रिपोर्ट शुक्रवार रात को निगेटिव आने से इविवि में राहत है। इविवि प्रशासन उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई करेगा।
शहीद पुलिसकर्मी को दी गई श्रद्धांजलि
जिले के एग्रीकल्चर पुलिस चौकी में तैनात सिपाही रवि पांडेय (35) पुत्र सत्यदेव पांडेय मूल रूप से बड़का लौहार, बड़हरा थाना, भोजपुर, जिला आरा, बिहार का रहने वाला था। वह अपने साथी हेड कांस्टेबिल मनोज राय, चौकी इंचार्ज एग्रीकल्चर तरुणेंद्र त्रिपाठी व एक अन्य दरोगा के साथ शुक्रवार रात मोहब्बतगंज के ठकुरी का पूरा गांव के यमुना कछार में अवैध बालू खनन की सूचना पर पहुंचा था।
अचानक पुलिस को सामने देख बालू लादकर जा रहे लोग ट्रैक्टर लेकर भागने लगे। पुलिस वालों ने उन्हें पकड़ने के प्रयास किया तो उनकी गाड़ी बालू में फंस गई। उधर रवि ने गाड़ी से उतरकर ट्रैक्टर को पकड़ने का प्रयास किया और इसी दौरान ट्राली ट्राली पलट गई। जिसके नीचे दबने से रवि की मौके पर ही मौत हो गई।