देश-दुनिया में कोरोनावायरस से हाहाकार की स्थिति है। लेकिन उत्तर प्रदेश में भी स्थिति उतनी खराब नहीं है। शुक्रवार को 47 नए मामले सामने आए। जिससे अब उप्र में संक्रमितों की संख्या 431 हो गई है, जो अब कुल टेस्टिंग 9041 का 4.77 फीसदी है। इनमें 2.72 फीसदी (246) मामले में तब्लीगी जमातियों के हैं। यदि तब्लीगी जमातियों ने जहालत न दिखाई होती तो राज्य में ये आंकड़े आधे होते। अब तक 40 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। जिनमें महज 9 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना के मरीज 10 या उससे अधिक हैं। इस तरह यूपी में काफी हद तक कोरोनावायरस पर नियंत्रण पाने में सरकार कामयाब हो रही है।
राज्य में बढ़ाए गए लैब, हर दिन होगी 1500 जांच
स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज हॉटस्पॉट वाले इलाकों की समीक्षा की है। इन जिलों में काफी प्रगति हुई है। कोविड-19 के संदिग्धों की जांच भी होगी। अब नोएडा, ग्रेटर नोएडा, सहारनपुर व आगरा में भी कोरोना वायरस की जांच होगी। उन्होंने बताया कि, कुल 431 मरीजों में से 32 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। 8671 लोग क्वारैंटाइन में हैं और 459 अन्य लोग आइसोलेशन वार्ड में हैं। हम पिछले दो दिनों से प्रति दिन 1000 से अधिक नमूनों का परीक्षण कर रहे हैं, जिसे उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 1500 परीक्षण तक बढ़ाया जाएगा।
अब तक 13,208 एफआईआर, 5 करोड़ से अधिक चालान जमा
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि, लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में बीते 17 दिनों में अब 13,208 एफआईआर दर्ज की गई है। आईपीसी की धारा 188 के तहत 42 हजार 359 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। ईसी एक्ट में भी कार्रवाई की जा रही है। अब तक पांच करोड़ 87 लाख चालान के रूप में जमा कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि, जो 14 दिन का क्वारैंटाइन अवधि पूरी कर चुके हैं। उन्हें होम क्वारैंटाइन में भेजा जाएगा। मास्क न पहनने पर भी कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि, मुख्यमंत्री कोविड केयर फंड में विदेशों से भी दान आ रहे हैं। खादी ग्रामोद्योग विभाग की ओर से एक करोड़ की मदद की गई है। विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने मुख्यमंत्री को चेक सौंपा है।