जिले के शाहगंज की अब्दुल्ला मस्जिद में इंडोनेशियाई नागरिकों समेत 9 संदिग्धों के मिलने के बाद से पुलिस प्रशासन बेहद चौकन्ना है। इसी कड़ी में 8 अप्रैल को देर रात गंगापार के फूलपुर इलाके में स्थित इफको के पास एक मकान में छिपे 11 लोगों को पुलिस और प्रशासन की टीम ने देर रात छापा मारकर बाहर निकलवाया। पूछताछ में पता चला कि यह सभी 11 लोग दिल्ली से आए हैं। इसलिए इनमें से 8 लोगों को तो होम क्वॉरेंटाइन कर दिया गया और 3 लोगों को शहर के करेली स्थित गेस्ट हाउस में क्वॉरेंटाइन के लिए भेजा गया है।
वहीं शहर के रसूलाबाद निवासी एक शख्स को भी क्वारैंटाइन किया गया है, जो कि मरकज में शामिल होकर लौटा था। दूसरी तरफ प्रयागराज में कोरोनावायरस टेस्ट के लिए मोतीलाल नेहरू हॉस्पिटल में बड़े जोर शोर से शुरू की गई लेकिन जांच के टेस्ट में ही मशीन फेल हो गई। मंगलवार को सुबह से लेकर देर रात तक उसको दुरुस्त करने की प्रक्रिया चलती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इसकी जानकारी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हुई तो उन्होंने मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.एस पी सिंह से बात की और इस बात पर नाराजगी जाहिर की कि बिना टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी किए आखिर उद्घाटन और तमाम तामझाम क्यों किया गया।
पुलिस ने जब पकड़ गए लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि यह लोग तबलीगी जमात में तो नहीं लेकिन दिल्ली के ही सतापूरा शाही मस्जिद में 22 से 24 फरवरी तक आयोजित जलसे में शामिल होकर 4 मार्च को फूलपुर लौटे हैं। लाकडाउन के बाद से यह अलग-अलग मस्जिदों में छिपकर रह रहे थे। सलीम के घर से पकड़े गए 8 लोगों को वही होम क्वॉरैंटाइन कर दिया गया। तीन अन्य लोगों की जांच में पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगी हुई है।
पूछताछ में पूरा मामला सामने आया
निजामुद्दीन मरकज से 10 मार्च को फूलपुर लौटे सलीम से पुलिस टीम ने पूछताछ की तो उसने पूरी जानकारी दी। जिसके बाद सलीम और उसके परिवार के 7 सदस्यों को जांच के लिए भेजा गया। जिन्हें करेली स्थित एक गेस्ट हाउस में आइसोलेट किया गया है।
डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि शुरुआती परीक्षण में एसडीएम फूलपुर की फाइंडिंग है कि 11 लोगों में से सभी प्रयागराज में जमात करने के लिए आए थे। इनमें से किसी ने निजामुद्दीन के मरकज जमात में भाग नहीं लिया था। तीन जमाती एक घर में रह रहे थे। उसके मकान मालिक ने 10 मार्च को निजामुद्दीन की जमात में भाग लिया था। इसलिए इन लोगों को और मकान मालिक के पूरे परिवार को क्वारैंटाइनकरवाने के लिए लाया जा रहा है। इन सभी का सैंपल भेजा जाएगा। अन्य लोगों को जहां भी अभी हैं, वही होम क्वारैंटाइनकिया गया है।