पूरे प्रदेश में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैल रहा है। इस संक्रमण से कैदियों को बचाने की कवायद भी शुरू हो गई है। नैनी सेंट्रल जेल में बंद कैदियो पर इसका प्रभाव न पड़े इसके लिए जेल प्रशासन से लेकर जिला और पुलिस प्रशासन तक एलर्ट मोड में है। हार्डकोर क्रिमिनल की बैरक नंबर 4 में जाकर वहां रह रहे कैदियों के बारे में जानकारी ली और जेल सुपरिटेंडेंट हरी बक्स सिंह से सख्त लहजे में कहा कि जेल के अंदर आने वाले नए कैदियों को 14 दिन के बजाय 21 दिन तक क्वारैंटाइन किए जाने का निर्देश दिया।
इसी कड़ी में सोमवार देर रात डीएम प्रयागराज भानु चंद्र गोस्वामी और एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज अपनी टीम के साथ सेंट्रल जेल नैनी पहुंचे और वहां कैदियों में कोरोना वायरस से बचाव के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया और कहा कि नए कैदियों को 21 दिनों तक क्वरैंटाइन रखा जाए ताकि अगर उनके अंदर तनिक भी कोरोना जैसी बीमारियों का लक्षण हो तो वह किसी और तक न पहुंचे।अधिकारियों ने बैरक नम्बर 04 में बंद हार्डकोर क्रिमिनलों के लिए की गई व्यवस्था को भी परखा
डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज अपने दल बल के साथ 4300 कैदियों वाले नैनी सेंट्रल जेल के बैरक नंबर 4 में पहुंचे। करीब एक घण्टे तक जेल के अंदर रही अफसरों की टीम ने बैरक 4 जहां देशी-विदेशी खूंखार आतंकवादी एवं हार्डकोर क्रिमिनल रखे जाते हैं, उसका जायजा लिया। उस क्षेत्र को जेल प्रशासन की ओर से पहले से ही सैनिटाइज किया गया है।
हार्ड कोर क्रिमिनलों को बांटे गए मास्क
वहां भी क्रिमिनल लोगों को मास्क बांटे गए हैं और बैरक के दरवाजों के पास सैनिटाइजर लगाए गए हैं । जेल प्रशासन ने बताया कि अभी तक जो नए कैदी आते थे उन्हें 14 दिन तक तन्हाई में रखकर क्वारन्टीन किया जाता था,जिसे डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने बढ़ाकर 21 दिन कर दिया है। ताकि पूरी तरह से सिक्योर होने के बाद ही उन्हें अन्य कैदियों के साथ रखा जाए। साथ ही जेल के अंदर सोशल डिस्टेंस का पालन सभी कैदियों को मास्क लगाने की हिदायत और मिलाई करने में पूर्णतया रोक की प्रक्रिया लाकडाउन तक जारी रखने का भी आदेश दिया।