उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में सोमवार की दोपहर करीब 400 की भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया और पुलिस चौकी में आग लगाने की कोशिश की। जिस पर पुलिस को लाठीचार्ज कर स्थिति पर काबू पाना पड़ा। इस दौरान आईपीएस अभिषेक वर्मा को चोटें आई हैं। मामला इज्जतनगर थाना क्षेत्र के करमपुर का है। यहां दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुई जमात से लौटे तब्लीगियों की तलाश में दो सिपाही पहुंचे थे। जिनसे लोगों ने हाथापाई की तो सिपाहियों ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस बैरियर वन चौकी पहुंचाया। पुलिस लोगों को घरों में रहने के लिए समझा रही थी। लेकिन लोगों ने चौकी पर हमला कर दिया। पुलिस ने 18 लोगों को पकड़ा है। एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने कहा- पुलिस पार्टी पर हमला करने का प्रयास किया गया है। आरोपियों पर रासुका लगेगी।
यह है पूरा मामला
गांव करमपुर चौधरी में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के होने की सूचना पर दोपहर दो सिपाही पहुंचे थे। सिपाही लोगों से जानकारी कर रहे थे, लेकिन लोगों ने असहयोग किया और हाथापाई की। इसके बाद दोनों सिपाही वहां से दो लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस बैरियर वन चौकी ले आए। लेकिन थोड़ी देर बाद गांव के प्रधान तसब्बुर खान की अगुवाई में 300 से 400 लोग पुलिस चौकी पर पहुंच और आगजनी करने की कोशिश की।
इसकी सूचना जब सीओ तृतीय अभिषेक वर्मा मौके पर पहुंचे तो उनसे भी लोग भिड़ गए और हाथापाई की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठी चलाने के दौरान आईपीएस अभिषेक वर्मा का पैर फिसल गया और वे गिरकर घायल हो गए। पुलिस ने मौके से 18 लोगों को पकड़ा है। गांव व पुलिस चौकी पर पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि, गांव में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। सभी आरोपियों पर रासुका लगाई जाएगी।
आगरा व कन्नौज में भी पुलिस टीम पर हुआ था हमला
इससे पहले रविवार को आगरा मेंपिनाहट थाना क्षेत्र के भदरौली कस्बे में रविवार की दोपहर भीड़ ने दो सिपाहियों पर हमला कर दिया। लॉकडाउन का उलंघन कर रहे लोगों को ये सिपाही सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में समझा रहे थे। भीड़ ने सिपाहियों की पीटा। सिपाही जसपाल व योगेंद्र को भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी। वहीं, कन्नौज में बीते शुक्रवार को एक मकान की छत पर नमाज पढ़ी गई। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो फावड़े व कुल्हाड़ी से हमला किया गया। इस दौरान एलआईयू सिपाही, चौकी इंचार्ज समेत चार पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आई थीं।