उत्तर प्रदेश के बहरइच जिले में कोतवाली देहात के शेखदहीर स्थित एक मस्जिद में एक माह पूर्व 9 जमाती आए थे। मुंबई से आए जमाती यहां से नेपाल के दौरे पर भी गए थे। वापस लौटने पर लॉकडाउन के चलते मस्जिद बंद हो गई थी। जिसके बाद सभी को एक व्यक्ति ने अपने घर में पनाह दे दी थी। इन सभी को पुलिस ने गुरुवार की रात दबिश देकर पकड़ लिया। सभी को पुराने महिला अस्पताल में क्वारनटाइन कराया गया है। पुलिस ने 9 जमाती, एक मुतवल्ली और बिना सूचना के घर में पनाह देने वाले के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। मामले की पुलिस ने जांच शुरु कर दी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण और महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर रखा है। लॉकडाउन के बाद भी धार्मिक मामलों को लेकर निकले तब्लीगी जमात के लोगों के देश के विभिन्न हिस्सों में मिलने का सिलसिला जारी है। जिले में भी जामाती लोग छिपे मिल रहे हैं। कोतवाली देहात के शहर से सटे शेखदहीर में अबू बकर मस्जिद है। यहां करीब एक माह पूर्व मुंबई से 9 जमाती पहुंचे थे। कुछ दिन ठहरने के बाद सभी ने नेपाल का दौरा किया। यहां से वापस लॉटने पर अचानक लॉकडाउन घोषित हो गया। जिससे मस्जिद को बंद कर दिया।
इसके बाद पास ही रहने वाले कलीमुल हक के मकान में सभी ने पनाह ले ली। इसकी सूचना मिलने पर गुरुवार की रात कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक मनोज मिश्रा व तिकोनीबाग चौकी इंचार्ज विनोद पांडेय ने पुलिस बल के साथ छापेमारी की। दबिश के दौरान घर में 9 जमाती छिपे मिले। पुलिस ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य महकमे की टीम ने सभी की जांच की। कोरोना संदिग्ध की आशंका को देखते हुए सभी जमाती को पुलिस ने ले जाकर मेडिकल कालेज के पुराने महिला अस्पताल के वार्ड में ले जाकर क्वारैंटाइन करा दिया है। तिकोनीबाग चौकी इंचार्ज की तहरीर पर मस्जिद के मुतवल्ली हयातउल्ला, कलीमुल हक समेत 11 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि केस दर्ज कर विवेचना शुरु कर दी गई है।