उत्तर प्रदेश केअपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि, दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल यूपी में अब तक 1203 लोगों की पहचान की गई है। इनमें 275 विदेशी नागरिक हैं। सभी को क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें से 47 लोगों का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। वहीं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, राज्य में अब तक कोरोना के 172 केस मिल चुके हैं। 198 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है।
जल्द 24 मेडिकल कॉलेजों में होगी जांच की सुविधा
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, वर्तमान में 8 लैब काम कर रही हैं। झांसी में भी दो दिन के भीतर लैब शुरू हो जाएगी। जल्द ही सभी 24 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में परीक्षण सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। निजी लैब लाल पैथोलॉजी काम कर रही है। एक अन्य लैब मल्होत्रा पैथोलॉजी को जल्द जांच की अनुमति मिलेगी।
अब तक 9137 कैदी रिहा
अवनीश अवस्थी ने बताया कि, राज्य सरकार ने एक हजार करोड़ रुपए के कोष की स्थापना की है। जिसमें परीक्षण प्रयोगशाला सुविधाओं को बढ़ाना और वेंटिलेटर, मास्क, सैनिटाइज़र आदि की खरीद शामिल है। सरकार के अलावा, औद्योगिक घरानों सहित अन्य लोगों का भी योगदान मांगा जाएगा। उन्होंने बताया कि, जुवेनाइल के विचाराधीन कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया है। बताया कि, प्रदेश में अब तक 9137 कैदियों को पैरोल और जमानत पर रिहा किया गया है।
वहीं, कृषि विभाग के प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने किसानों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए फसलों की कटाई करने का सुझाव दिया है। उन्होंने बताया कि, किसान पांच फिट की दूरी पर काम करें। हार्वेस्टिंग के लिए पंजाब की मशीनों को अनुमति दी गई है। एग्रीकल्चर मशीनों में एक जगह से दूसरी जगह जाने पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी की जाएगी। इस दौरान किसान लगातार हैंडवाश करते रहें।
लखनऊ: कैंट का कसाईबाड़ा इलाका सील
शुक्रवार को लखनऊ में कोरोना के 12 नए केस सामने सामने आए। ये सभी तब्लीगी जमात से जुड़े लोग हैं। हाल ही में वजीरगंज थाना क्षेत्र के अमीनाबाद स्थित मरकज में जमाज हुई थी। इसके बाद पुलिस ने कैंट स्थित कसाईबाड़ा इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है। संक्रमित लोग इसी कसाईबाड़ा इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस प्रशासन ने संक्रमण फैलने पाए, इसलिए ये फैसला लिया है। इन्हें बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया है। सभी सहारनपुर के रहने वाले हैं। चार मार्च को अमीनाबाद पहुंचे थे। इसके बाद मस्जिद में आयोजित जलसे में शामिल हुए।
प्रतापगढ़ में मिले कोरोना के तीन मरीज
केजीएमयू में हुई जांच के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से लौटे तब्लीगी जमात से जुड़े तीन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। तीनों संक्रमित देहरादून के रहने वाले हैं और धार्मिक प्रचार के सिलसिले में यहां आए थे। दिल्ली से लौटने के बाद तीनों रानीगंज तहसील क्षेत्र के नरसिंहगढ़ स्थित मस्जिद में रुके थे। प्रशासन ने मस्जिद को सैनिटाइज करने के साथ ही इन लोगों से मिलने जुलने वालों की सूची बना रहा है।