उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने तब्लीगी जमातियों को कोरोना बम करार दिया है। कहा- जब लोग देश में रामनवमी का पर्व अपने घरों में रहकर मना रहे थे तो कुछ लोग अपने घरों की छतों पर सामूहिक नमाज पढ़ रहे थे। देश में संक्रमण फैलाने की ये सोची समझी साजिश है। राज्यमंत्री ने यह बयान बलिया में दिया है। मालूम हो कि, उत्तर प्रदेश में अब तक तब्लीगी जमात से जुड़े 13 सौ से अधिक लोग क्वारैंटाइन किए गए हैं। इनमें आगरा, हापुड़, अलीगढ़ समेत कई शहरों में लोग कोविड-19 से संक्रमित मिले हैं।
बिना मूंछ वाले मुस्लिमों से सावधान रहिए
राज्यमंत्री ने कहा- तब्लीगी जमातियों के चलते देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। उन्होंने जमात से जुड़े लोगों को आतंकवादी, तालीबानी करार दिया। लोगों से अपील की कि, यदि कोई मुसलमान दाढ़ी रखे हो, लेकिन उसकी मूंछ गायब हो तो उससे सावधान रहिएगा।
सरकार ने 500 से ज्यादा जमाती खोजे
राज्यमंत्री ने जमातियों को आत्मघाती दस्ता बताते हुए कहा कि देश में कोरोना संक्रमण फैलाने की ये सोची समझी साजिश है। इसीलिए यूपी सरकार ने पांच सौ से ज्यादा जमातियों को खोज निकाला। कोरोना के खिलाफ लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर थूकने और पथराव जैसी घटनाओं की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि ये जनता की जिम्मदारी है कि वो अपने आसपास के मस्जिदों और मदरसों के बारे में पुलिस को जानकारी दें। पुलिस त्वरित कार्रवाई करेगी।