उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में गुरुवार को कोरोनावायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में स्थित मरकज में हुई जमात में शामिल हुआ था। लेकिन, वह घर में छिपा था। बुधवार को पुलिस की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग ने उसे जबरन अस्पताल पहुंचाया था। जेएन मेडिकल कॉलेज में सैंपल की जांच हुई, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद संक्रमित के गांव मिर्जा चांदपुर को सील कर दिया है। जमाती के परिजनों व पड़ोसियों की जांच कराई जा रही है। वे लोग भी ट्रेस किए जा रहें, जो दिल्ली से लौटने के बाद जमाती के संपर्क में आए थे।
अलीगढ़ के एसपी सिटी अभिषेक ने बताया कि निजामुद्दीन वाले मामले को ध्यान में रखते हुए यहां पर चेकिंग की गई थी। जिसके आधार पर उसमानपाडा मस्जिद से 12 व्यक्ति गुजरात से आए हुए थे। उनका कहना है कि वह 23 जनवरी से अलीगढ़ में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन सभी को क्वारैंटाइन किया गया है।इसके अलावा तुर्कमान गेट क्षेत्र स्थित मस्जिद से 10 व्यक्तियों को बाहर निकाला गया। ये लोग फिरोजाबाद से आए थे और12 मार्च से यहीं पर थे।
रंगरेजान मस्जिद से भी13 व्यक्तियों को खोजा गया। ये सभी एक जमात में शामिल होने के लिए एक मार्च को आए हुए थे। इनमें दो व्यक्ति श्रीलंका के निवासी हैं। इनके पासपोर्ट और वीजा पुलिस द्वारा चेक किए जा रहे हैं। सभी को 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया गया है।स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया- प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव संक्रमण के कुल 121 मामले सामने आए हैं, इनमें से 17 लोग सही होकर वापस घर जा चुके हैं। तब्लीगी जमात के फैसिलिटी क्वारैंटाइन में रखे गए लोगों में से 429 के सैम्पल लिए जा चुके हैं। उन्हें प्रयोगशालाओं में भेजा गया है।