दिल्ली के तबलीगी जमात में शामिल कई लोगों की तेलंगाना समेत अन्य राज्यों में हुई मौत के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी है। दो दिनों में ताजनगरी आगरा में 104 जमाती खोजे गए हैं, जो आठ अलग-अलग मस्जिदों में ठहरे हुए थे। इनमें से 28 को प्रशासन ने अलग व शेष को सिकंदरा स्थित एक रिजॉर्ट में क्वारैंटाइन किया है। इनकी निगरानी के लिए पुलिस भी मुस्तैद है। लेकिन रिजॉर्ट में बाहरी लोगों के आने-जाने का सिलसिला जारी है। बाहर से सामान भी मंगाया जा रहा है। जबकि कोरोना का संक्रमण यदि रोकना है तो सोशल डिस्टेंसिंग बेहद जरूरी है। लेकिन यहां सभी नियम कायदे तोड़े जा पर हैं।
80 फीसदी जमातियों का सैंपल लिया गया
जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि अब तक 104 लोग चिन्हित करके क्वारैंटाइन किए गए हैं और इनमें से 80 प्रतिशत के सैम्पल भी लिए जा चुके हैं। शेष के सैम्पल लिए जा रहे हैं। संदिग्ध लक्षणों के आधार पर 28 लोगों को अलग रखा है। सभी के रहने खाने का पूरा इंतजाम किया गया है और वहां टीवी भी लगाए गए हैं, ताकि वो अपना समय व्यतीत कर सकें। डॉक्टर्स की टीम लगातार काम कर रही है।
आगरा में अब चार मरीज
डीएम ने बताया कि, आगरा में अब तक कोरोना के 12 केस सामने आए हैं। इनमें से आठ मरीज ठीक हो चुके हैं। चार का इलाज चल रहा है। लाकडाउन के दौरान लोगों को राशन आदि की दिक्कत न हो, इसके भी इंतजाम किए गए हैं और राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए भी लगातार काम किया जा रहा है।
विदेशी पर्यटकों ने बिस्कुट खाकर बिताया दो दिन, पुलिस वालों ने की मदद
कोरोनावायरस महामारी को रोकने के लिए संपूर्ण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में ताजनगरी आगरा में तमाम विदेशी नागरिक फंसे हैं। जिनके सामने खाने पीने का संकट खड़ा हो रहा है। फ्रांस व म्यांमार के दो पर्यटक बीते दो दिनों से भूखे थे। सिर्फ बिस्कुट खाकर दिन गुजार रहे थे। जैसे ही यह बात पुलिसवालों को पता चली तो उन्होंने मदद मुहैया कराई है। दरअसल, इन दोनों पर्यटकों पुलिस ने फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में ठहराया था। मदद मिलने के बाद पर्यटकों ने पुलिस के कार्य की सराहना की है।