कोरोनावायरस (कोविड-19) से बचाव के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। सिर्फ आवश्यक वस्तु की श्रेणी में आने वाली राशन, दवा जैसी दुकानों को खोलने की छूट है। लेकिन इसका कई मुनाफाखोर फायदा उठाने लगे हैं। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सामने आया। यहां कालाबाजारी की सूचना पर सिटी मैजिस्ट्रेट समेत कई अफसरों ने बुधवार को स्टिंग ऑपरेशन किया। इस दौरान महंगे दर पर राशन का सामान बेंच रहे तीन दुकानों से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
डीएम के निर्देश पर किया गया स्टिंग
सिटी मैजिस्ट्रेट वन्दना त्रिवेदी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शिकायतें आ रही थीं कि कई दुकानदार इसका फायदा उठाकर ग्राहकों को तय मूल्य से अधिक दाम पर समान बेंच रहे हैं। बुधवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम सदर लालबहादुर यादव, सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी व सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम ने स्टिंग आपरेशन किया। सभी सादे कपड़ों में दुकानों को चेक किया गया।
लाचारी बयां करने पर दुकानदार ने की अभद्रता
सिटी मैजिस्ट्रेट ने बताया कि, कई दुकानदारों से बात की गई और कहा गया कि डीएम द्वारा सामानों का दाम निर्धारित किया गया है फिर आप महंगे दामों पर क्यों बेच रहे हैं? इस पर दुकानदारों द्वारा अभद्रता की गई और कहा गया समान लेना है तो लो नहीं तो जाओ। सिटी मजिस्ट्रेट ने दुकानदारों के सामने अपने को लाचार भी बताया गया और कहा कि वह गरीब हैं। उनके पति बीमार हैं। उन्हें सही रेट पर समान दें। तब भी इन मुनाफाखोरी कर रहे दुकानदारों का मन नहीं पसीजा और सब के सामने ही आम ग्राहक बनी सिटी मजिस्ट्रेट का अपमान और अभद्रता की गई। उन्होंने बताया कि, शहर के दो दुकानों व एक गोदाम को सील करने की कार्रवाई करते हुए कुल 6 दुकानदारों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।