उत्तर प्रदेश शिया वक्फबोर्ड के चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने कहा है कितब्लीगी जमात मुसलमानों का एक खतरनाक समूह है जो पूरी दुनिया में इस्लाम के प्रचार के नाम पर मुसलमान लड़कों को कट्टरपंथी बनाता है। इनका काम है- चार-चार, पांच-पांच के गुटों में शहरों-शहरों और गांव-गांव जाते हैं और मुसलमान लड़कों को रोककर उनको इस्लाम की बातें बताते हैं।रिजवी ने कहा कि यह जमात पूरी दुनिया में फैली है, हिंदुस्तान में भी इसके लाखों सदस्य हैं। चाहे अबु बकर बगदादी हो,या ओसामा बिन लादेन- यह सब तब्लीगी जमात के मददगार थे। तब्लीगी जमात को दुनिया के कट्टरपंथी और आतंकी मुल्ला ही चला रहे हैं।
मुस्लिम लड़कों को कट्टरपंथी बनाने के लिए मिलता है पैसा
रिजवीने कहा कि इनके पास पूरी दुनिया से पैसा दिया जाता है। यह कहा जाता है कि इस पैसे सेमुस्लिम लड़कों को कट्टरपंथी बनाएंऔर इस्लाम का ऐसा प्रचार करें जिससे वह यह समझें कि अगर अल्लाह की राह में कुर्बानी भी देनी पड़ जाए तो देने से पीछे ना हटें। क्योंकि यह दुनिया तो खत्म हो जाएगी, दुनिया में जो भी इंसान आया है वह चंद दिनों के लिए आया है, असली जिंदगी उसको अल्लाह के लिए ही जीनी है। इस्लाम की बातों पर अमल करोगे और अल्लाह की राह में अपनी कुर्बानी के लिए हर वक्त तैयार रहोगे, तो अल्लाह तुमको मरने के बाद जन्नत में रखेगा और हर ऐशो आराम देगा।
मुस्लिम लड़कों को भड़काने का काम करते हैं
रिजवी ने कहा कि यह भी समझाते हैं की दुनिया में जो अल्लाह को नहीं मानते हैं, जो कुरान शरीफ को नहीं मानते हैं वह सब काफिर हैं और काफिर अल्लाह के दुश्मन हैं उनसे ना कारोबार करना चाहिए उनका ना तो खाना चाहिए और जब भी वक्त मिले तो उनको नुकसान पहुंचाना चाहिए। यह नौजवान लड़कों को यहां तक समझाते हैं कि काफिरों को मारना सवाब है अगर कोई शख्स एक काफिर को भी मार देता है तो उसको सौ हज का सवाब मिलेगा। इसीलिए इस तब्लीगी जमात को दुनिया का सबसे खतरनाक जमात माना जाता है।
जमात का काम मुस्लिम लड़कों को कट्टर बनाना है
रिजवी ने कहा कि कुल मिलाकर देखा जाए तो इनका काम सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम नौजवान लड़कों को कट्टर बनाना है। जब कोई भी मुस्लिम लड़का कट्टर बन जाएगा तो वह आसानी से किसी भी आतंकी संगठन के लिए काम करने के लिए तैयार हो जाएगा और उसमें अगर कुर्बानी देने का जज्बा पैदा हो गया तो वह किसी भी आतंकी संगठन के लिए मानव बम बहुत आसानी बन सकता है, क्योंकि वह जब यह सोचने लगेगा कि अगर हम काफिरों को मार कर जन्नत चले जाएंगे तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है।