कानपुर. दिल्ली के निजामुद्दीनमें तब्लीगी जमात मरकज में शामिल होगों में बड़ी संख्या में कोरोना की पुष्टी हुई है। निजामुद्दीन मरकज से होकर जाने वाले लोग देश के कोने-कोने तक पहुंच कर लोगों को कोरोना से संक्रमित कर रहें हैं। इसी क्रम में कानपुर में 8 विदेशी जमात के लोग पकड़े जाने से अफरा तफरी का माहौल बन गया है। इसमें 6 अफगानी, एक यूके और एक ईरानी बताए जा रहे हैं। इसके साथ तीन भारतीय भी हैं। दो इंदौर और एक केरल का बताया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेडिकल परीक्षण के बाद सभी कोहैलट के क्वरैंटाइन वार्ड में भर्ती कराया है।
दरअसल विदेशी जमात के आठ सदस्य दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात मरकस के धार्मिक कार्यक्रम में शमिल हुए थे। इसके बाद वो राजस्थान होते हुए 14 मार्च को कानपुर के बाबूपुरवा स्थित सुफ्फा मस्जिद में ठहरे थे। विदेशी जमात को दोबारा निजामुद्दीन मरकज जाना था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से विदेशी जमात के सदस्य शहर से बाहर नहीं जा सके।
जमातों की पुख्ता जानकारी जुटाने में लगी एलआइयू
कानपुर में 10 जमातें ठहरी हुई है जिनकी पुख्ता जानकारी जुटाने के लिए एलआइयू को लगाया गया है। हरियाणा से आई जमात में 12 सदस्य हैं। पटकापुर स्थित मस्जिद मीरपुर मस्जिद मे रूकी है । बांदा से जमात में आठ सदस्य हैं। सभी सदस्य बगिया वाली मस्जिद इफ्तेखाराबाद में रूके हैं। मेरठ से आई जमात में 12 सदस्य है बाड़े वाली मस्जिद में रूके हैं। बिजनौर से आई जमात में 15 लोग शामिल हैं, जो अरकम मस्जिद बाबूपुरवा में ठहरे है। ललितपुर से आई जमात में 15 लोग शामिल हैं। ये सभी मुंशी पुरवा मस्जिद में रूके हैं। गुजरात से आई जमात में 10 सदस्य शामिल है मछली बाजार मस्जिद में ठहरें हैं।
डीएम ब्रह्मदेव तिवारी के मुताबिक शहर में कितनी तब्लीगी जमाते कहां से आई है और कहां ठहरी हैं। इसकी जानकारी के एलआइयू से मांगी गई है, ताकि जमात में शामिल लोगों का स्वास्थय परीक्षण कराया जाए और क्वरैंटाइन कराया जाए ।