लखनऊ. लखनऊ प्रशासन के लिए देर रात 1 बजे से सुबह 4 बजे का वक्त काफी मुश्किल भरा रहा।दिल्ली से कामगारों को लेकर चली रोडवेज की बसे आधी रात को लखनऊ के कई जगहों पर पहुंची।बसों ने जहां यात्रियों को आगे जाने के लिए आलमबाग, चारबाग, कैसरबाग, पॉलिटेक्निक चौराहा, कमता चौराहा और इंदिरा नहर पर अलग अलग संख्या में छोड़ा और वापस रवाना हो गयी।यहांसे स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को उनकी मंजिल पर पहुंचाने के लिए ट्रक, डीसीएम, डाला और रोडवेज बसों का इंतजाम किया।
कमता चौराहे पर थी लगभग 5 से 7 हजार की भीड़
लखनऊ के कमता चौराहे पर तकरीबन 3 बजे के आसपास रोडवेज बसे पहुंचनी शुरू हुईं।देखते ही देखते वहां पर 5 से 7 हजार कामगारों की भीड़ लग गयी, जो लखनऊ के अलग अलग जिलों में जाने के लिए इकठ्ठा हुए थे।जब बस चालकों से पूछा गया कि वह इन्हें इनकी मंजिल तक लेकर क्यों नहीं जा रहे तो उनका जवाब था कि उन्हें लखनऊ तक ही आने का आदेश था। हालांकि कमता चौराहे पर 4 थानों की फोर्स ने आकर पहलेही मामला संभाल लिया था।उसके बाद यात्रियों को आगे भेजने के लिए यहांसे दूसरी रोडवेज बसों का इंतजाम किया गया।लगभग 15 से 20 बस और आने जाने वाले ट्रक, डीसीएम और डाला में कामगारों को बिठा कर उनकी मंजिल की ओर रवाना किया गया।हालांकि इनकी स्कैनिंग की कोई व्यवस्था यहांमौके पर नहीं थी।पुलिस फोर्स की प्राथमिकता थी कि इन्हें जल्द से जल्द लखनऊ से रवाना किया जाए।बहरहाल, सुबह होते होते भीड़ काफी जा चुकी थी।इस भीड़ में महाराजगंज, गोरखपुर, अयोध्या, बहराइच, गोंडा के ज्यादातर लोग शामिल थे।
अपने गांव पहुंच रहे कामगारों की बनेगी लिस्ट
प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने शनिवार देर शाम सभी जिलों के डीएम, एसपी, मंडल कमिश्नर को पत्र लिख कर आदेश दिया है कि जिला मुख्यालयों पर पहुंच रहे कामगारों के लिए समुचित व्यवस्था की जाए।खासतौर से बस स्टेशन पर 24 घंटे मजिस्ट्रेट और पुलिस साथ ही 2 मेडिकल टीम की व्यवस्था हो।साथ ही कामगारों को उनके मंजिल तक पहुंचाने के लिए बस की व्यवस्था की जाए।साथ ही गांव पहुंचने पर इनकी गांव स्तर पर सूची बनायी जाए और जिन्हें आइसोलेट या क्वारैंटाइन करने की जरूरत है ताेउन्हें किया जाए।
विदेश से आएव्यक्ति को देनी होगी जानकारी: लखनऊ डीएम
लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश ने 1 मार्च के बाद से विदेश यात्रा करने वाले हर व्यक्ति को अपने बारे में सीएमओ कंट्रोल रूम में अपना ब्यौरा देना होगा साथ ही अपनी ट्रेवेल हिस्ट्रीभी बतानी होगी।उन्होंने कहा कि यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्तियों के आस पास रहने वाले लोग भी उसके बारे में जानकारी दे सकते हैं। सूचना देने वालोंकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
लॉकडाउन तोड़ने के जुर्म में 4700 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
यूपी डीजीपी कार्यालय की ओर से बताया गया कि लॉकडाउन के दौरान बेवजह घर से निकलने वालों के खिलाफ 28 मार्च तक 4700 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।जबकि 1 लाख 11 हजार 317 वाहन का चालान किया गया है।साथ ही 9577 वाहनों को सीज किया गया है।यह कार्रवाईपूरे प्रदेश में की गयी है।