बिहार(25जुलाई2015)- बिहार के मुज़फ्फरपुर में शनिवार का दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रहा उन्होने यहां परिवर्तन रैली में उपस्थित होकर विशाल जन-समूह को सम्बोधित किया। नरेंद्र मोदी ने बिहार की नितीष सरकार और आरजेडी पर जमकर हल्ला बोला। अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने तो इस विशाल हुजूम की कल्पना तक नहीं की थी। मैं आपके जज़्बे को सलाम करता हूँ। उन्होंने कहा कि यदि सारे राजनीतिक विश्लेषक यह नज़ारा देख लें तो यह नतीजा साफ़ दिख जायेगा कि बिहार में अगली सरकार किसकी बनने जा रही है।
नरेंद्र मोदी ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जब मैं सोशल मीडिया पर ट्वीट करता था तो बिहार के एक नेता ताना मारा करते थे। वह कहते थे कि मोदी चहकते हैं। आज जब मैं बिहार आ रहा था तो उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मोदी जी आपका बिहार में स्वागत करता हूं। मैं उनके स्वागत करने पर आभार जताता हूं। एक वक्त था जब वह मुझे बिहार आने से रोकते थे। अब देखिए ट्वीट कर स्वागत कर रहे हैं। अपनों का विरह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। देखिए किस कदर दुखी हैं। अब मैं आ गया हूं। अब आपको ज्यादा विरह नहीं झेलना पड़ेगा।’
उन्होंने लोगों को याद दिलाते हुए कहा कि पिछले दस साल में जो पीएम थे, वह यहां कभी नहीं आते थे। केवल हवाई सर्वेक्षण करते थे लेकिन नीतीश कुमार का मुझसे इतना लगाव है कि 14 महीनों की दूरी में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परेशान हो गए। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि यदि आपको बिहार में बदलाव चाहिए, रोजगार चाहिए, गुंडागर्दी से मुक्ति चाहिए, जंगलराज से छुटकारा चाहिए, सुख शांति और समृद्धि चाहिए तो आप हमें सेवा का एक मौका दें। मैं बिहार में सेवा करने का मौका मांगने आया हूं और मैं आप सब से यह वादा करता हूँ कि 60 महीनों में बिहार के लोगों के सपने को पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम जिम्मेदारी से भागने वाले लोग नहीं हैं, हम जिम्मेदारी निभाने वाले लोग हैं और हम इसे पूरा करेंगें।
उन्होंने नीतीश के व्यवहार पर तंज कसते हुए कहा कि आपने एक व्यक्ति से नफरत के बदले पूरे बिहार के विकास का गला घोंट दिया है, क्या यही लोकतंत्र है? उन्होंने बड़े गंभीर लहजे में नीतीश कुमार को इंगित करते हुए कहा कि मुझे इस बात का दुःख नहीं है कि आपने मेरे साथ क्या किया, आपने भाजपा के साथ क्या किया वरन दुःख इस बात का है कि आपने बिहार की जनता के साथ विश्वासघात किया है, आपने बिहार की जनता की आकांक्षाओं के साथ धोखा किया है।
उन्होंने कहा कि बिहार को फिर से जंगलराज और गंडागर्दी के दलदल में हम नहीं भेज सकते; बिहार के लोगों को इस हाल में हम नहीं छोड़ सकते। इसलिए इस बार का बिहार चुनाव युवाओं का भविष्य बदलने के लिए है, महिलाओं को सुरक्षा दिलाने के लिए है। उन्होंने कहा की हमारी केंद्र सरकार ने सबसे महत्वपूर्ण और सबसे ज्यादा मंत्रालय का कार्यभार बिहार के नेताओं के जिम्मे दिया है, इसी से हमारी प्राथमिकता का पता चलता है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि आपने बिहार में विकास के कई मॉडल देखे, लेकिन एक बार एनडीए का विकास मॉडल आजमा कर जरूर देखिये।
नीतीश के सांप वाले बयान पर प्रधानमंत्री ने निशाना साधते हुए कहा कि सांप और जहर के बयान से ज्यादा जरूरी बिहार का विकास है। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को पीने का साफ़ पानी चाहिए, बिहार के नौजवानों को रोजगार चाहिए, यहाँ अच्छी सड़कों की जरूरत है, यहाँ उद्योग और कारखाने चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लालू के ज़हर पीने वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपने तो स्वार्थवश सत्ता के लालच में ज़हर पिया था लेकिन आपने बिहार के लोगों को ये ज़हर पीने पर विवश क्यों किया, आपने बिहार के यदुवंशियों को ज़हर पीने पर मजबूर क्यों किया? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बिहार में देश की तकदीर बदलने की ताकत है। बिहार में संसाधन की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार की ये परेशानियां ज्यादा से ज्यादा सौ दिनों की हैं। श्री मोदी ने कहा कि बिहार की जनता अब ज्यादा दिनों तक झेलने वाली नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजेडी को परिभाषित करते हुए कहा कि इसका पूरा अर्थ होता है रोजाना जंगलराज का डर। उन्होंने बिहार की जनता से पूछा कि क्या बिहार की जनता को इस डर से मुक्ति चाहिए कि नहीं? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘कुछ समय पहले बिहार में मेरी पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक थी। नीतीश कुमार ने मेरी पार्टी को खाने पर बुलाया था लेकिन उन्होंने थाली छीन ली। क्या कोई थाली परोसकर उसे वापस छीन लेता है? लालू जी, आपने ने तो जहर का पान अब किया मैंने तो पहले ही ये ज़हर पी लिया था। उन्होने कहा कि इनके डीएनए में समस्या है। यह लोकतंत्र का डीएनए नहीं है। पीएम ने सवाल किया कि क्या यही लोकतंत्र का डीएनए है? जॉर्ज फर्नांडिस के साथ क्या किया गया? सुशील मोदी के साथ इन्होंने क्या किया। जो व्यक्ति इनके साथ कंधा से कंधा मिलकर काम करता है, ये उन्हीं के पीठ में छुरा भोंकने का काम करते हैं’।
नरेन्द्र मोदी ने विशाल जन-समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज मैंने बिहार में हजारों-करोड़ों रुपये के कई योजनाओं का उद्घाटन किया। 2010 -2015 वित्तीय वर्ष के दौरान पिछली संप्रग सरकार ने बिहार को डेढ़ लाख करोड़ रुपये दिए थे लेकिन हमारी सरकार ने 2015-2020 वित्तीय वर्ष में बिहार को पौने चार लाख करोड़ रुपया देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इससे बिहार के विकास में काफी मदद मिलेगी, उद्योग और कारखाने लगेंगें और बेहतर रोजगार सृजित होंगें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के विकास के लिए उठाये गए प्रयासों पर रोशनी डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले मैंने भूटान और नेपाल की यात्रायें की और जल-बिजली की दिशा में करार किया। उन्होंने कहा कि आज बिहार को 5000 मेगावाट बिजली की जरूरत है जबकि बिहार में केवल 300 मेगावॉट बिजली का उत्पादन है। उन्होंने कहा कि आज मैं आप सब लोगों से वादा करता हूँ कि बिहार को 24 घंटे बिजली दी जाएगी। साथ ही प्रधानमंत्री ने बिहार में बरौनी की बंद फर्टिलाइजर फैक्ट्री को फिर से 5 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने अपने भाषण के दौरान यह घोषणा की कि रसोई गैस को बिहार के हर घर तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम और लोगों की तरह केवल वादे नहीं करते, वरन हम चुनावों में किये गए वादों को याद भी रखते हैं और उसे पूरा भी करते हैं। उन्होंने लोगों को पिछले लोक सभा चुनावों की याद दिलाते हुए कहा कि मैंने बिहार को 50,000 करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज देने का वादा किया था, लेकिन मैंने यह निश्चय कर लिया है कि बिहार को इससे भी ज्यादा की आर्थिक मदद दी जाएगी और इसकी घोषणा मैं संसद के वर्तमान सत्र की समाप्ति पर फिर से बिहार आकर करूँगा। नरेन्द्र मोदी ने परिवर्तन रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार में निवेश पर 15 प्रतिशत छूट दी जाएगी तथा इसके साथ ही 15 प्रतिशत का अतिरिक्त औद्योगिक अंतर भत्ता दिया जायेगा जिसका प्रावधान राजग सरकार ने अपने पहले ही बजट में कर दिया था। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमारी एनडीए गठबंधन को आगामी विधान सभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत से विजयी बनायें और मुझे इस बात का पूर्ण विश्वास है कि बिहार का भाग्य बदलेगा।