नई दिल्ली (3 नवंबर2015)- भारत और इंडोनेशिया के संबंध सदियों पुराने हैं और हिंद महासागर के पार बहने वाली हवाओं द्वारा गढ़े हुए हैं उप राष्ट्रपति ने कहा ।वह सोमवार को इंडोनेशिया के जकार्ता में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जिसमें इंडोनेशिया के विदेश मामलों के उपमंत्री ए. एम. फशीर और बड़ी संख्या में आमलोग मौजूद थे।
इस दौरान उपराष्ट्रपति ने रवींद्रनाथ टैगोर की प्रसिद्ध कविता ‘जावा’ का हवाला भी दिया ।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देशों का गौरवशाली अतीत और साझे सांस्कृतिक संबंध भविष्य में सहयोग के लिए एक मजबूत मंच तैयार करेंगे। उन्होंने याद करते हुए कहा कि 2005 में दोनों देशों ने सामरिक सहयोग पर सहमति जताई थी और दो साल पहले हमारे देशों ने पांच पहलों के जरिए भारत-इंडोनेशिया सामरिक साझेदारी को मजबूत बनाने की संभावनाओं का संयुक्त रूप से आकलन किया। यह लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति साझा प्रतिबद्धता, बहुलवाद और विविधता पर आधारित है ।