ग़ाज़ियाबाद(30 अक्तूबर 2015)- किसी भी समाज की तरक्की का पैमाना उसकी युवा पीढ़ी होती है। जबकि मौजूदा दौर में शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं की मौजूदगी को समाज के तरक्की की रीढ़ माना जाता है। मुस्लिम समाज, जो पिछले काफी समय से अपने विकास की धीमी रफ्तार से जूझ रहा है। अब उसकी युवा पीढ़ी खासतौर से बालिकाओं का जोश देखते ही बन रहा है। कुछ ऐसा ही नज़ारा गाजिाबाबाद के जाने माने संस्थान में भी देखने को मिला।
गाजियाबाद के मेवाड़ इंस्टिट्यूट में हुई एक वाद-विवाद प्रतियोगिता में गाजियाबाद की सना ने करप्शन जैसे गंभीर विषय पर बेहद कॉंफिडेंस के साथ अपने विचार व्यक्त किये। देश की बेटी सना के विचार हम ज्यों के त्यों पेश कर रहे हैं। सैंकड़ों लोगों के बीच अपने विचार रखती सना को देखकर लग रहा है कि आज की युवा पीढ़ी समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। यह वीडियो मोबाइल ले ली गई है कृपया इसकी क्वालिटी और डॉयरेकशन में कमी को नज़रअंदाज़ करते हुए सना की जज्बे को महसूस करें।