नई दिल्ली( 13जुलाई 2015)- कांग्रेस गरीब और मामूली जीवनापन करने वालों को जोड़ते हुए उनके दर्द को बांटने की कोशिश की है। इसी कड़ी में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को रघुबीर नगर मार्किट, नजदीक राजा गार्डन का दौरा किया और रेहड़ी पटरी वालों से बातचीत कर उनकी समस्याऐं सुनकर उनकी स्थिति का जायजा लिया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक़ राहुल गांधी रेहड़ी पटरी वालों की मार्किट में उनकी खराब स्थिति देखकर बहुत दुखी हुए और उन्होंने यह अनुभव किया कि गरीब लोगों को शहरों में दरकिनार किया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि वहां की रेहड़ी पटरी मार्किट में बुनियादी सुविधाओं की कमी है और उसके बावजूद रेहड़ी पटरी वालों पर दवाब किया जा रहा है कि वे मार्किट खाली करें। जबकि उनके दो शेड्स पहले ही हटाए जा चुके है। इस दौरे में राहुल गांधी के साथ दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी पी.सी. चाको भी मौजूद थे।
अपनी समस्याओं को बताते हुए कई रेहड़ी पटरी वालों ने राहुल गांधी से शिकायत की कि उनको पहले लाल किले के पीछे लगने वाले रविवार बाजार से उजाड़ दिया गया था, और उनको जबरदस्ती अपनी पटरी की दुकानें दरिया गंज में लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जहां पर उनको अपनी पटरी की दुकान चलाने के लिए 1500 से 2000 रुपये रिश्वत विभिन्न विभागों को देनी पड़ रही है। उन्होंने राहुल गांधी से अपनी रेहड़ी पटरी की दुकाने यमुना साईकलिंग वैलोड्रोम रोड़ नजदीक इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम पर लगवाने की मांग की। जब उन्हें लाल किले के पीछे से हटाने के बाद यमुना साईकलिंग वैलोड्रोम रोड पर अपनी पटरी मार्किट लगाने की इजाजत दे दी गई थी परंतु 2010 में कॉमनवैल्थ गेम्स के काम शुरु होने की वजह से वहां से हटा दिया गया था। बयान के मुताबिक़ रेहड़ी पटरी वालों ने शिकायत की है कि आम आदमी पार्टी जो ईमानदारी और रिश्वतखौरी के खिलाफ लड़ने की बात करती थी लेकिन इस सरकार ने इन गरीबों को अपनी रोजी रोटी से बेदखल करके भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का कार्य किया है।
रेहड़ी पटरी वालों की शिकायत सुनने के बाद राहुल गांधी ने उनको यह आश्वासन दिया कि वे स्ट्रीट वेन्डिंग एक्ट 2014 को लागू करने के लिए भरसक प्रयत्न करेंगे ताकि उन रेहड़ी पटरी वालों के टूटे हुए शेडस रघुबीर नगर में दोबारा बनाऐ जा सके और उनकी पटरी की दुकाने यमुना साईकलिंग वैलोड्रोम रोड पर दोबारा स्थापित की जा सके। ज्ञात हो कि 19 फरवरी 2014 में संसद ने एक अध्यादेश पास किया था, जिसका उद्देश्य रेहड़ी पटरी वालों को नियमित करना और शहरी रेहड़ी पटरी वालों के अधिकारों की रक्षा करना था।
इसे मौक़े पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि स्ट्रीट वेन्डिंग एक्ट 2014 जो कि कांग्रेस के कार्यकाल में बनाया गया था। उसको केन्द्र में बैठी भा.ज.पा. व दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दरकिनार कर रखा है। माकन ने कहा कि 2014 का कानून रेहड़ी पटरी वालों को सम्मान के साथ बिना किसी एजेन्सी के द्वारा परेशानी के अपनी जीविका कमाने का अधिकार देता है। परंतु एक साल हो चुका है इस कानून को पास हुए और एक भी प्रमाण पत्र पूरे देश में किसी भी रेहड़ी पटरी वाले को नहीं दिया गया है। अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में करीब 5 लाख रेहड़ी पटरी वाले है परंतु उनमें से एक को भी अपना कार्य करने के लिए प्रमाण प्रत्र नहीं दिया गया है, और न ही आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने इस सम्बन्ध में कोई कार्य योजना बनाई है।
माकन ने कहा कि अभी तक डिस्प्यूट रेसोल्यूशन मेकेनिज़म नहीं बनाया है। जिससे कि रेहड़ी पटरी वालों से सम्बन्धित विवाद को सुलझाया जा सके जबकि रेहड़ी पटरी कानून 2014 के सेक्शन 20 में इसका जिक्र किया गया था। श्री माकन ने कहा कि सिर्फ 3 राज्यों कर्नाटक, उत्तराखंड व बिहार ने उपरोक्त कानून को लागू किया है जिसमें दो राज्य कांग्र्रेस शासित हैं।
पी.सी. चाको ने रेहड़ी पटरी वालों की दयनीय स्थिति को देखने के बाद कहा कि इन लोगों की समस्याओं की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस ने ‘‘दिल्ली स्टेट स्ट्रीट वेन्डरस् एवं अदर अनओर्गेनाईज़ वर्कर कांग्रेस’’ की स्थापना करने का निर्णय लिया है ताकि दिल्ली एन.सी.आर. में गैर संगठित मजदूरों की समस्याओं को हल किया जा सके।