यूं तो व्हाट्सएप पर कई तरह के मैसेज और क्लिप्स आती रहती हैं। उनमें से कुछ अच्छी और उपयोगी होती हैं जबकि कुछ को डिलीट करना मजबूरी बन जाती है। कल मेरे फोन पर किसी दोस्त ने मुबंई के एक नौजवान की वीडियो भेजी। उसमें उस नौजवान ने काफी बहतरीन तरीक़े से एक गरीब और अनपढ़ मजदूर के मामले को उठाया था। मुझे यक़ीन है कि मसले पर बोलने वाला नौजवान मीडिया से ताल्लुक नहीं रखता लेकिन उसने जिस ख़ूबसूरती से बिना रुके और बिल्कुल प्रोफैश्नल तरीक़े से बात को रखा, मीडिये के किसी भी रिपोर्टर से कम नहीं था। बहरहाल मुबंई के एक समाजी कार्कुन सूफियान नियाज़ भाई (उन्होने अपना नाम वीडियो मे यही बताया है।) बधाई के पात्र हैं। एक गरीब के मामले को जिसमें विदेश से आने वाले लोगों के साथ की जाने वाली लापरवाही को उजागर किया है एक बेहतरीन क़दम है। ज़रा आप भी देखें वीडियो।
विदेश से आने वालों के साथ एयरपोर्ट पर लापरवाही की शिकायत…!
यूं तो व्हाट्सएप पर कई तरह के मैसेज और क्लिप्स आती रहती हैं। उनमें से कुछ अच्छी और उपयोगी होती हैं जबकि कुछ को डिलीट करना मजबूरी बन जाती है। कल मेरे फोन पर किसी दोस्त ने मुबंई के एक नौजवान की वीडियो भेजी। उसमें उस नौजवान ने काफी बहतरीन तरीक़े से एक गरीब और अनपढ़ मजदूर के मामले को उठाया था। मुझे यक़ीन है कि मसले पर बोलने वाला नौजवान मीडिया से ताल्लुक नहीं रखता लेकिन उसने जिस ख़ूबसूरती से बिना रुके और बिल्कुल प्रोफैश्नल तरीक़े से बात को रखा, मीडिये के किसी भी रिपोर्टर से कम नहीं था। बहरहाल मुबंई के एक समाजी कार्कुन सूफियान नियाज़ भाई (उन्होने अपना नाम वीडियो मे यही बताया है।) बधाई के पात्र हैं। एक गरीब के मामले को जिसमें विदेश से आने वाले लोगों के साथ की जाने वाली लापरवाही को उजागर किया है एक बेहतरीन क़दम है। ज़रा आप भी देखें वीडियो।