नई दिल्ली (11 सितंबर2015)-पीजीआईएमईआर ( स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान ), चंडीगढ़ के 34वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तीर्ण छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यशील जीवन के दौरान देश के गरीबों को ध्यान में रखें। प्रधानमंत्री ने छात्रो से कहा कि यह दीक्षांत समारोह है न कि शिक्षांत समारोह और यहां उनकी शिक्षा का अंत नहीं होना चाहिए। वे किताबों की दुनिया से निकलकर असली दुनिया में प्रवेश कर रहे हैं।
उन्होंने सर्वांगीण स्वास्थ्य सेवा संबंधी विश्व रुझानों का उल्लेख किया। उन्होंने उत्तीर्ण छात्रों से आग्रह किया कि वे केवल बीमारी का इलाज न करें बल्कि मरीजों के साथ निकट का संबंध भी रखें। समारोह में सरकारी स्कूलों के बच्चों को देखकर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये बच्चे ही इस अवसर पर असली विशेष अतिथि हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अवसर बच्चों को प्रेरित करेगा।
दीक्षांत समारोह में 500 से अधिक छात्रों ने स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ मरीजों की देखभाल, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य अनुसंधान के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को लगातार उन्नत कर रहा है। नड्डा ने कहा कि यह संस्थान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के विजन को हासिल करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा कि पीजीआईएमईआर ई-अस्पताल को क्रियान्वित कर रहा है। ऑनलाइन ओपीडी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है ।
इस अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा के माननीय राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह, चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव भानु प्रताप शर्मा और पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के निदेशक डॉ. योगेश चावला मौजूद थे ।