गाजियाबाद (8 नवंबर 2016)- ज़िलाधिकारी निधि केसरवानी बड़े बकाएदारों से वसूली को लेकर सख़्ती बरतने के मूड में हैं। जनपद में कर एवं करेतर राजस्व प्राप्तियों के तहत कुल 707571.49 लाख रूपये की धनराशि जमा करायी गयी है। जिलाधिकारी निधि केसरवानी ने यह जानकारी आज कलेक्टेंट सभाकक्ष में आयोजित कर एवं करेतर राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा हेतु अधिकारियों की एक बैठक में दी। उन्होंने कहा कि जिन विभागों में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति नही हो पायी है वो कार्य योजना बनाकर अधिक से अधिक राजस्व वसूली कराये तथा वसूली का नियमित अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करे।
जिलाधिकारी ने तहसीलदारों से कहा कि वसूली प्रमाण पत्रों (आर.सी.) के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा वसूली सुनिश्चित कराये साथ ही अमीनवार वसूली की समीक्षा करे। केसरवानी ने विभागवार कर एवं करेतर राजस्व प्राप्तियों की प्रगति के सम्बन्ध में बताया कि भूराजस्व से 2377 .54 लाख रूपये की प्राप्ति हुई है जो कि निर्धारित वाषिक लक्ष्य का 104.48 प्रतिशत है। इसी प्रकार से स्टाम्प एवं पजींकरण शुल्क से 71499.92 लाख रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। व्यापार एवं ब्रिक्रीकर से 367443.69 लाख तथा वाहनकर माल तथा यात्री कर से 17176.77 लाख, विधुत कर एवं शुल्क से 243912.30 लाख रूपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। जिलाधिकारी ने सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी को प्रवर्तन कार्यो में और अधिक तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होने बताया कि मनोरंजनकर से 4027.55 लाख रूपये, वानिकी से 133.85 लाख रूपये, अलौह खनन से 785.58 लाख रूपये तथा मुख्य एवं मध्यम सिंचाई से 214.29 लाख रूपये राजस्व प्राप्त हुआ है।
जिलाधिकारी ने बडे बकायेदारों को चिन्हित कर उनसे शख्ती से वसूली करने के निर्देश दिये। उन्होंने बकायेदार कम्पनीयों से जुडे लोगो को चिन्हित कर उनसे वसूली किये जाने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने विधुत चोरी रोकने के लिए सघंन निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि गत माह तक 7274 आकस्मिक निरीक्षण किये गये जिसमें बिजली चोरी के 2731 मामले पाये गये। जिनमें 2328 मामलों में एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी। साथ ही 53.43 लाख रूपये धनराशि वसूली गयी है।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कलेक्टेंट के विभिन्न अनुभागों के प्रभारियों की बैठक में कलेक्टेंट के राजस्व कार्यो की समीक्षा की उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि वो अपने न्यायालयों में नियमित रूप से बैठकर लम्बित वादों का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रभारी अधिकारी अपने-अपने पटलों का निरीक्षण कर ले तथा साफ सफाई अभिलेखों का रख रखाब देख ले जहां कही भी सुधार की गुजाइस हो तत्काल करा दे। पुराने सन्दर्भ एवं लम्बित शिकायतों का तत्काल निस्तारण सुनिश्चित कराये।
बैठक में नगर मजिस्टेंट बी.डी.सिंह, उप जिलाधिकारी सदर अतुल कुमार, उप जिलाधिकारी लोनी पे्रम रजंन सिंह, सहित सभी उपजिलाधिकारी सभी तहसीलदार तथा स्टाम्प, मनोरंजन वन, आबकारी आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।