फर्जी कॉल सैंटर का भंडाफोड़-गाजियाबाद पुलिस ने पकड़े चार आरोपीगाजियाबाद (8 जुलाई 2016)- दिल्ली एनसीआर में फर्जी कॉल सैंटर से उपभोक्ताओं के बैंक खातों की डिटेल लेकर खातों से रकम उड़ाने वाला गैंग भले ही पुलिस के अब तक हाथ न लगा हो, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने फर्जी काल सैन्टर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गैंग के चार अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
पुलिस के मुताबिक पकड़े गये लोगों के पास से 7 कॉर्डलेस फोन, प्रिन्टर, लैपटॉप, 07 एमटीएस के फर्जी आई पर पर एक्टीवेटेड सिम कार्ड व बैग इट टुडे के उपभोक्ताओं का सम्पूर्ण विवरण और काफी मात्रा मे कागजात व अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किये हैं। गाजियाबाद मे गठित क्राइम ब्रान्च टीम व साइबर सैल टीम ने थाना विजयनगर क्षेत्र के प्रताप बिहार मे चल रहे एक फर्जी कॉल सैन्टर से चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस मुख्यालय से जारी रिलीज के मुताबिक़ पकड़े गये आरोपी आज तक न्यूज चैनल के सहयोगी इंडिया टुडे ग्रुप की शापिग साइट को हैक करके लोगों को ठगते थे। ये लोग साइट का डाटा चोरी करके बैग इट टुडे के उपभोगताओं को बैग इट टुडे की तरफ से टेलीकालिग व फर्जी ई-मेल द्वारा बरगलाकर व धोखा देते थे। पुलिस के मुताबिक पकड़े गये आरोपी मोटे इनाम का लालच देकर जनता से विभिन्न कम्पनियों के इंश्यारेंश करा देते थे। जिससे इनको 40 से 50 प्रतिशत तक कमीशन प्राप्त होता था। लेकिन उपभोक्ताओं को जब कोई इनाम या प्रलोभन प्राप्त नही होता था तो वह इस बाबत शिकायत दर्ज कराते थे। जिससे प्रतिष्ठित कम्पनी इंडिया टुडे की शापिग साइट बैग इट टुडे की शाखा धूमिल होती थी। गिरफ्तार किये गये आरोपी अजय व अवशेश उक्त काल सैन्टर को काफी समय से संचालित कर रहे थे। जिससे इनको फर्जीवाडे से मोटी रकम लाभ के रूप मे प्राप्त हो रही थी। टेलीकालिग हेतु यह लोग एमटीएस कम्पनी के फर्जी आई डी पर एक्टीवेटेड सिम कार्ड प्रयोग करते थे जिससे कालर की शिनाख्त ना हो सके।जो इन्हे एमटीएस के कर्मचारी उपलब्ध कराते थे।
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तगणों में अजय ,अवशेश , धीरेन्द्रऔर मनोज मनोज शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी व बरामदगी से जनपद मे बढ रहे साइबर क्राइम के अपराधियों पर अंकुश लगने की सम्भावना है।
दिलचस्प बात ये है कि दिल्ली एनसीआर में इन दिनों फर्जी सि और फर्जी पतों पर चल रहे कई कॉल सैंटर भोली भाली जनता को जमकर ठह रही है। जिसकी शिकायत लगातार पुलिस को भी मिल रही है। लेकिन आम जनता के बैंक खातों से आये दिन गायब होने वाली रकम और इस गैंग का पर्दाफाश करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।