नई दिल्ली (5 अप्रैल 2016)- दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पठानकोट हमले को लेकर कटघरे में खजडा कर दिया है। उनका कहना है कि पठानकोट हमले के बाद सारे देश के विरोध के बावजूद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने आई एस आई के अधिकारियों और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों को पठानकोट हमले की जांच करने के लिए भारत बुलाया था। आप संयोजक का कहना है कि सारा देश, सारी राजनैतिक पार्टियाँ इसके खिलाफ थीं। देश में इसे लेकर काफी रोष पैदा हुआ है। इसके बावजूद मोदी जी ने उन्हें बुलाया, सारे देश में लोग और यहाँ तक कि सरकारी एजेंसियां भी कह रहे थे की इस हमले में पाकिस्तान शामिल है, आई एस आई शामिल है. सरकारी एजेंसियां भी यही कह रही थीं।
आम आदमी पार्टी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक़ केजरीवाल का आरोप है कि जिन लोगों ने हमला किया था, उनको उसी हमले की जांच करने के लिए बुलाया गया, और आज ये सामने आ रहा है कि आई एस आई ने उस जांच के बाद ये कहा है कि भारत ये सबूत देने में नाकाम रहा है कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है या आई एस आई का हाथ है। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तान के नॉन स्टेट एक्टर्स का हाथ होने की बात से भी इनकार किया है. दूसरे उन्होंने कहा है की ये तो भारत ने खुद ही ड्रामा किया था, खुद ही अटैक कराया था. जानबूझ कर तीन दिन तक अटैक चलने दिया गया।
केजरीवाल का कहना है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पिछले 65 साल में किसी प्रधानमन्त्री ने पाकिस्तान के सामने ऐसे घुटने नहीं टेके थे, जैसे श्री नरेन्द्र मोदी जी ने टेके हैं। आज तक हम लोग पूरी दुनिया के सामने घूम घूम कर कहते रहे कि आई एस आई हमारे देश में आतंकवाद फैला रही है, पाकिस्तान आतंकवाद फैला रहा है, कुछ कीजिये। अब जब नरेन्द्र मोदी जी ने आई एस आई को खुद ही पठानकोट हमले की जांच के लिए बुला लिया है तो उन्होंने एक तरह से आई एस आई को क्लीन चिट दे दी है। ये हमारी विदेश नीति में बहुत बड़ा यू टर्न है।
केजरीवाल का कहना है कि हमें लगता है भारत माता के साथ बहुत बड़ा धोखा हो रहा है। जिसके लिए प्रधानमंत्री जी को देश के सामने माफ़ी मांगनी चाहिए। उनका कहना है कि 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री जी नवाज़ शरीफ को जन्म दिन की बधाई देने लाहौर गए थे और 2 जनवरी को पठानकोट का हमला हो गया। सारा देश जानना चाहता है की नवाज़ शरीफ के साथ प्रधानमंत्री जी की क्या डील हुई थी।
अरविंद केजरीवाल का आरोप है कि भाजपा और आरएसएस के लोगों का एक ही सिद्धांत है- मुंह में राम बगल में छूरी। मुंह से बोलते है भारत माता की जय और आईएसआई को बुलाकर भारत माता की पीठ में खंजर घोपते हैं ये लोग। चुनाव से पहले प्रधानमंत्री जी कहते हैं एक सर कटेगा हम दस सर काट के लायेंगे, वो कहते थे लव लेटर लिखना से काम नहीं चलेगा, पाकिस्तान को उसी की भाषा में समझाना होगा। केजरीवाल ने सवाल उठाया है कि अब क्या हो गया?