नई दिल्ली ( 20 अक्टूबर 2015) दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस ने अपने सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के निवास स्थान पर दिल्ली में छोटे बच्चों पर बढ़ रहे अत्याचारों और यौन उत्पीड़न के विरोध में जबरदस्त प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह ने किया।
प्रदर्शन में बरखा सिंह के अलावा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी, दिल्ली महिला कांग्रेस प्रभारी नीता डिसूजा मुख्य रुप से मौजूद थी। बरखा सिंह ने कहा कि चार साल व ढाई साल की बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नींद हराम करने की बात तो करते हैं परंतु उन्होंने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाऐ हैं।
बरखा सिंह ने कहा कि इन घटनाओं की हम कितनी भी निंदा करें उसके लिए शब्द कम पड़ जाते है। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में निर्भया कांड हुआ था उस समय केजरीवाल ने शीला दीक्षित सरकार पर प्रहार किया था अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी केजरीवाल का इस्तीफा मांगती है क्योंकि वे महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न को रोकने में नाकामयाब रहे है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अन्ना हजारे के आन्दोलन का सहारा लेकर महिला सुरक्षा व भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की बात किया करत थे परंतु वे इन दोनो मुद्दो पर पूरी तरह से फेल हो चुके हैं।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को लेकर कांग्रेस सरकार ने आवाज उठाओ कार्यक्रम चलाया था जिसमें सिविल सोसायटी को साथ में मिलाकर कार्यक्रम बनाया था। उन्होंने कहा कि जेन्डर रिर्सोस सेन्टर का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की मदद के लिए चलने वाली हैल्प लाईन निष्क्रिय है क्योंकि हैल्प लाईन में काम करने वाले कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दिया गया है।