गाजियाबाद(31जुलाई2015)- जनता जिस वर्दी और पुलिस के भरोसे चैन की नींद सोती है उसी वर्दी को पहनने वाले नींद कभी पूरी नहीं होती। ड्यूटी के दौरान छुट्टी और परिवार को समय देने को तरसने वाला सिपाही ही जानता है कि आख़िर इस वर्दी का रुतबा और इसकी शान क्या है। इसी वर्दी को पहनने वालों पर कई बार कई तरहके दाग भी लगते हैं। लेकिन खुशनसीब होते हैं वो जवान जो देस और जनता की सेवा के बाद बाइज़्ज़त अपनी सेवाओं को पूरा करते हुए रिटायर होकर अपने परिवार में दोबारा पहुंचते हैं। जी हां ऐसे ही गाजियाबाद के 15 पुलिस कर्मी जिन्होने उत्तर प्रदेश पुलिस की सेवा में अपने जीवन का ज्यादातार समय गुज़ार दिया और अब रिटायर हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इन जवानों में हैड कॉंस्टेबल गजेन्द्र कुमार, हैड कॉंस्टेबल या मुख्य आरक्षी राजेन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षी इन्द्रपाल सिंह, मुख्य आरक्षी राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, मुख्य आरक्षी रामबीर सिंह, मुख्य आरक्षी रेवतीराम, मुख्य आरक्षी रोहन सिंह, मुख्य आरक्षी राजेन्द्र सिंह, मुख्य आरक्षी मंगल सैन, एलएफएम इलमचन्द्र, आरक्षी चालक राजपाल सिंह, मुख्य आरक्षी रमेश चन्द्र, प्रधान परि. रेडियो राजपाल सिंह यादव, मुख्य आरक्षी सुभाष चन्द्र अरोरा और मुख्य आरक्षी चन्द्रमणि हैं जिन्होने जनता की सेवा के लिए अपने रात और दिन के फर्क को खत्म कर लिया था। उत्तर प्रदेश खासतौर से गाजियाबाद की की जनता से वर्दी के इन सिपाहियों को अलविदा।