गाजियाबाद(22 अगस्त2015)- समाजवादी पार्टी की साइकिल रैली शनिवार को कौशांबी से शुरू हो गई। रैली को पार्टी के राष्टीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य रामगोपाल ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली मंे हजारों की संख्या में सपा कार्यकर्ता शामिल हुए। इस अवसर पर अव्यवस्था का बोलबाला भी रहा जिस कारण रामगोपाल को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पडी । सुबह नौ बजे से ही पैसिफिक माॅल के सामने कौशांबी में सपा कार्यकर्ताओं का जमावडा एकत्र हो गया था। ज्यादातर कार्यकर्ता साईकिलों के साथ थे। कुछ कार्यकर्ताओं पार्टी की टी शर्ट पहन रखी थी सिर पर टोपी लगा रखी थी। श्री यादव कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तथा रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके बाद रैली लिंक रोड, साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार में होते हुए वसुंधरा आवास-विकास परिषद के गेस्ट हाउस पर जाकर संपन्न हुई। इस अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में राम गोपाल ने कहा कि प्रदेश में सपा सरकार का करीब साढे तीन साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। सरकार ने चुनाव से पूर्व किए सभी वायदों को लगभग पूरा कर दिया है। फिर भी यदि कहीं कोई कमी रह गई है या कार्य नहीं हो पाया है उसे अगले डेढ साल में पूरा करा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में एतिहासिक विकास कार्य कराएं हैं। जिससे आम जनता को बडी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि अब पार्टी के कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि वे पार्टी की नितियोें व सरकार की उपलब्धियों से जनता को अवगत कराएं। इसके लिए घर-घर जाकर प्रचार प्रसार करे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। रैली में सपा के महानगर अध्यक्ष संजय यादव,धर्मवीर डबास,ईश्वर मावी, विनोद यादव, राजदेवी चैधरी, रविंद्र यादव,प्रवक्ता इंद्रजीत सिंह टीटू, रविंद्र चैहान,पुष्पा शर्मा, जसविंदर सिंह, संतोष यादव, मोहम्मद असलम, सचिन मल्होत्रा, विकास यादव, अमित यादव प्रमुख थे।
धक्कामुक्की से परेशान दिखे रामगोपाल
रैली पूरी तरह से अव्यवस्था की शिकार रही। रामगोपाल दलबल के साथ कौशांबी तो पहुंच गए लेकिन इससे पहले भारी संख्या में कार्यकर्ता पहले से मौजूद दिखे। मौके पर पूरी तरह से अव्यवस्था का बोलबाला था और कार्यकर्ता आपस में भी धक्का मुक्की कर रहे थे। इस धक्का मुक्की के बीच राम गोपाल भी पहुंच गए। किसी तरह श्री यादव कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तथा रैली को हरी झंडी दिखायी। इसके बाद श्री यादव वहां से चले गए हालांकि उन्होंने अव्यवस्था को लेकर पार्टी पदाधिकारियों व पुलिस से नाराजगी भी जताई।