गाजियाबाद(31उगस्त2015)- जाट समाज का ओबीसी कोटे से उच्चतम न्यायालय द्वारा आरक्षण रद्द किये जाने के बाद जुझारू जाट समाज एक बार फिर आन्दोलन के लिए तैयार हैं।
गाजियाबाद में आयोजित बीएसपी कार्यकर्ता सम्मेलन में आए बीएसपी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को एक अरुण चौधरी ने ज्ञापन सौंपा। जिसमें जाट महासभा के जिलाध्यक्ष अरुण चौधरी ने कहा कि 1998 जयपुर में जाट समाज को ओबीसी में आरक्षण के आन्दोलन में बीएसपी के संस्थापक स्व.काशीराम ने भी शरीक होकर आरक्षण की मांग का समर्थन किया था। जिसके बाद मार्च 2015 में 9 राज्यो में सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण नोटिफिकेशन रद्द किये जाने पर उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री कु.मायावती ने इस फैसले पर अफसोस प्रकट किया था। उनका कहना है कि जाट समाज फिर एकजुट होकर ओबीसी आरक्षण की मांग को लेकर आन्दोलन के तैयार है। जिसके लिए समाज नैतिक समर्थन की मांग करते हुए पिछड़े वर्ग की जातिगत जनगणना को सार्वजनिक करने और पिछड़े वर्ग को उनकी आबादी के अनुपात मेंआरक्षण की दिलवाने की पैरवी की मांग करता है ।