गाजियाबाद (01 मार्च 2016) – जनसमस्याओं की सुनवाई और उनके समाधान को लेकर जिलाधिकारी गंभीर हो गये हैं। जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा ने अधिकारियों को कडे़ निर्देष दिये कि तहसील दिवसों में समय से उपस्थित होकर जन समस्याओं का गुणवत्ता परख समाधान मौके पर सुनिष्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि समस्याओं के निस्तारण की गुणवत्ता की परख हर दषा में टीम बनाकर करायें। यदि किसी अधिकारी की समस्या समाधान की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नही पायी गयी तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी मंगलवार को तहसील दिवस के अवसर पर तहसील लोनी में जन समस्याओं को सुनकर उनका मौके पर समाधान कर रहे थे।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुये निर्देष दिये कि अधिकारी गण योजना स्थलों पर नियमित भ्रमण करें। उन्होंने कडे शब्दों में कहा कि हर दषा में संचालित योजनाए मार्च, माह में अवष्य पूरी की जायें ताकि इन योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को समय से उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कामधेनू तथा मिनी कामधेनू योजना के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये कहा कि यह प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना है और यही वह योजना है जिससे किसानों की माली दषा मजबूत होगी। उन्होने कहा कि यह भी देख लें कि क्षेत्र में किसी भी दषा में पषु चोरी व पशु तस्करी न हो उन्होंने कहा कि यदि कही से इस प्रकार की कोई सूचना प्राप्त हो तो मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से इन्हें अवगत कराया जाये ताकि इसको रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ओर प्रभावी कार्यवाही कर सकें। जिलाधिकारी ने सोशल सैक्टर योजनाओं की चर्चा करते हुये निर्देष दिये कि वृद्धा व्यवस्था पेंषन जिसके 8222 लाभार्थी है तथा विधवा पेंषन जिनके 9888 लाभार्थी है सभी लाभार्थियों का सम्बन्धित अधिकारी अवष्य सत्यापन करायें ताकि किसी ऐसे व्यक्ति को जो अपात्र है अथवा जिसकी मृत्यू हो गयी है उसे पेंषन का लाभ न मिल सकें।
जिलाधिकारी ने समाज वादी पेंशन की चर्चा करते हुये कहा कि जनपद में 22049 लाभार्थी है। इनको भी समय से पेंषन का लाभ अवष्य उपलब्ध कराया जायें। उन्होंने राष्ट्रीय पोशन मिषन की चर्चा करते हुये कहा कि जनपद में सभी के सार्थक प्रयासों से अतिकुपोशित और कुपोशित बच्चों को जो कि क्रम से 9553 तथा 24000 है इन सबको अपने प्रयासों से सामान्य श्रेणी के बच्चों में लाया जायें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देष दिये कि वह उन परिवारों में जाकर जिनके ये अतिकुपोशित व कुपोशित बच्चे है उनकी काउन्सिलिंग करें तथा उन परिवारो को विभिन्न संचालित योजनाओं से भी सीधा जोडा जायें ताकि ऐसे परिवारों की आर्थिक दषा भी सुधारी जा सकें। उन्होंने कहा कि अति कुपोशित ओर कुपोशित बच्चों को सन्तुलित आहार भी अवष्य दिया जाये। श्री विमल कुमार षर्मा ने कहा कि जो भी प्रयास योजनाओं के संचालन में किया जाये वह वास्तव में वास्तविकता की धरातल पर दिखायी दें। उन्होंने खाद्य सुरक्षा योजना की चर्चा करते हुये कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अन्र्तगत यह सुनिष्चित किया जाये कि किसी भी दषा में काला बाजारी न होने दें उन्होने सभी उपजिलाधिकारियों को निेर्देष दिये कि टीमे गठित कर इसमें अधिक से अधिक निरीक्षण करायें जायें। ताकि जनता को इसका सीधा लाभ भी मिल सके।
जिलाधिकारी ने आज विभिन्न विभागों से सम्बन्धित जनता की षिकायतों को भी सुना इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धमेंन्द्र सिंह मुख्य विकास अधिकारी कृष्णा करूणेष उप जिलाधिकारी जयपाल सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय अग्रवाल, डी.एफ.ओ. जोगा सिंह, खण्ड विकास अधिकारी लोनी व अन्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।