गाजियाबाद 8 जुलाई 2016- मुकदमों में सजा से बच जाने और गवाहों के मुकरने की घटनाओं पर चिंता जताते हुए जिलाधिकारी ने सख्त क़दम उठाए जाने के संकेत दिये हैं। जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा ने शुक्रवार को सभी शासकीय अधिवक्ताओं को निर्देश दिये कि वह अभियोजन को पूरी तरह चुस्त-दुरूस्त रखें ताकि अधिक से अधिक मुकदमों में अपराधियों को कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि सजा के प्रतिशत को बढ़ाने के लिये शासकीय अधिवक्तागण पूरा होमवर्क कर न्यायालयों में पैरवी करें। उन्होंने कहा कि जो गवाह मुकदमों में गवाही के समय पक्षद्रोही होते है उनके विरूद्व हर दशा में प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये। जिलाधिकारी शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अभियोजन की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होने कहा कि सजा का घटता प्रतिशत चिन्ता जनक है। सजा के प्रतिशत को बढ़ाया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि पुराने मुकदमों को वरियता के आधार पर निस्तारित कराया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि पुराने 10 मुकदमों के सम्बन्ध में आगामी माह की बैठक में चर्चा की जायेगी। कि इन मुकदमों में क्या पैरवी हुई है। समीक्षा के दौरान यह तत्व प्रकाश में आया कि पूर्ति विभाग द्वारा दो सरकारी सस्ते गल्ले के डिलरो के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज करायी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिला पूर्ति अधिकारी और एसडीएम गण नियमित रूप से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों की चैकिंग करे। कही पर मिट्टी के तेल आदि की काला बजारी न हो यह भी तत्व प्रकाश में आया कि वाट माप विभाग द्वारा 30 लाख 08 हजार रूपये का जुर्माना वसूला गया। व 302 व्यक्तियों के विरूद्व कार्यवाही की गयी। यह भी तत्व प्रकाश में आया कि फूड सैफटी विभाग द्वारा गत 03 माह में 22 लाख 60 हजार रूपयो का जुर्माना वसूला गया। उन्होने निर्देश दिये कि गैस एजेन्सी और पेैट्रोल पम्पों पर नियमित निरीक्षण किये जाये कही घटतौली न होने दी जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन मुकदमों में अपील की जानी है उन पर शीघ्र अपील करायी जाये। बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व श्री ज्ञानेन्द्र सिंह प्रशासन श्री जेे0पी0 मिश्र सभी उप जिलाधिकारी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी शासकीय अधिवक्ता तथा पुलिस अधीक्षक क्राईम आदि उपस्थित थे। इसके अलावा जिलाधिकारी श्री विमल कुमार शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह कर राजस्व वसूली के प्रत्येक माह के लक्ष्य को उसी माह में अवश्य प्राप्त करे। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण अपनी विस्तृत कार्य योजना तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करे कि लक्ष्यों की प्राप्ति उन्हें किस प्रकार से करनी है। उसी अनुरूप उस पर अमल भी सुनिश्चित करें।