दिल्ली(19अगस्त2015)- बीजेपी गुजरात की ही तरह दिल्ली पुलिस का भी राजनीतिकरण कर रही है। ये आरोप हैं आम आदमी पार्टी के। दिल्ली पुलिस की कार्यशैली और दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर आम आदमी पार्टी दिल्ली पुलिस, केंद्र सरकार और बीजेपी से बेहद नाराज़ है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध का गिराफ चौंकाने वाला है। जिसके लिए सीधे तौर पर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार ज़िम्मेदार हैं। आम आदमी पार्टी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक़ देश की राजधानी में महिलाओं पर हो रहे अपराधों के जो आंकडे सामने आये है वो शर्मनाक एवं बेहद चौंका देने वाले है अन्य राज्यों की तुलना में दिल्ली में महिलों के साथ बलात्कार की वारदात कई गुना अधिक है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि आंकड़ों के विश्लेषण के बाद अखबारों ने दिल्ली को “रेप कैपिटल” कहा है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार भारत के चार महानगर मुम्बई में 2014 में 607, चेन्नई में 65, कोलकाता में 36 बलात्कार के मामले हैं वही दिल्ली में 1813 बलात्कार के मामले सामने आए हैं, बलात्कार के मामलों का औसत दिल्ली में और राज्यों के मुकाबले कहीं ज्यादा है। महिलाओं की सुरक्षा के मामले दिल्ली की इस शर्मनाक स्थिति के लिए भाजपा की केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
आप का कहना है कि दिल्ली की कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी मोदी सरकार की है, मगर उसके द्वारा दिल्ली पुलिस का जिस तरह से राजनीतिकरण हो रहा है वह बहुत ही शर्मनाक है, देश के प्रधानमंत्री को इस विषय में सोचना चाहिए कि दिल्ली पुलिस कानून व्यवस्था के अपने कामों को छोड़ कर राजनितिक बयानबजी में व्यस्त है और दिल्ली सरकार के काम में दखलंदाजी करती है जिस कारण से दिल्ली की महिलाएं आज सुरक्षित नहीं है। केंद्र की भाजपा सरकार दिल्ली पुलिस का गुजरात की तर्ज पर राजनीतिकरण कर रही है।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि उसके द्वारा जितने भी महिला सुरक्षा के लिए कदम उठाने के प्रयास किये है। उनमे हर जगह बाधा पैदा की गयी है। चाहे वह बसों में मार्शल तैनाती का मामला हो या पुलिस थानों में सीसी टीवी कैमरे लगाने की योजना हो, आज भी बसों में तैनाती के लिए जितने होमगार्डों की जरुरत थी उसके आधे ही सरकार को मिल पाए है जबकि थानों में सीसी टीवी कैमरे लगवाने की योजना को पुलिस ने सिरे से ख़ारिज कर दिया है।
आम आदमी पार्टी का दावा है कि वह देश की राजधानी को बलात्कारी महानगर के नाम से मुक्त करना चाहती है। जिस कारण आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के लिए कई अहम् कदम दिल्ली सरकार ने समय-समय पर उठाने के प्रयास किये है। जिसमे मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस का असहयोगी रवैया हमेशा सामने आता रहा है। जिसके कारण से सरकार के द्वारा उठाये गए कदम कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी मोदी सरकार से मांग की है कि दिल्ली पुलिस को अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षा के लिए इस्तेमाल करना बंद करे और दिल्ली पुलिस को दिल्ली की कानून व्यस्था को चुस्त और दुरुस्त करने के लिए निर्देश दे जिससे बढ़ते अपराधों पर लगाम लगे और दिल्ली की आम जनता अपने को हर हाल में सुरक्षित महसूस कर सके।