गाजियाबाद(30 सिंतबर 2015)- गाजियाबाद के कई गांवों की ज़मीनों के मुआवज़े और किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज़ किसानों ने हरसांव से रैली निकाल कर शास्त्री नगर चौराहे तक रोड को जाम कर दिया। किसानों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने किसानों की समस्याओं को लेकर पीएमओ तक को गुमराह किया है। इस बाबत किसानों ने एक चिठ्ठी प्रधानमंत्री को भी भेजी है।
गाजियाबाद के गांव रईसपुर, रजापुर, हरसांव, और सिहानी के किसानों की भूमि के अधिग्रहण के बाद किसानों को मिलने वाले मुआवज़े से यहां के किसान संतुष्ट नहीं हैं। उनका आरोप है कि प्रशासन और सरकारी मशीनरी द्वारा उनके साथ इंसाफ नहीं किया गया है। पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने उनके साथ की गई नाइंसाफी को छिपाने के लिए पीएमओ तक को गुमराह किया है। जिसको लेकर बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले इन गांवों के किसानों और महिलाओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता शमशेर राणा के मुताबिक किसान अपने साथ होने वाली नाइंसाफी को खामोशी से बर्दाश्त नहीं करेगें।
मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान किसानों और महिलाओं ने हापुड़ से आने वाले मार्ग को शास्त्री नगर चौक कर जाम कर दिया था। साथ ही किसान यूनियन की मेरठ मंडल इकाई ने प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा है। जिसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा पीएमओ तक को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए अपने आरोपों के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई है। प्रदर्शन में स्थानीय पार्षद हरीश चौधरी, ओमकार सिंह, राजेंद्र सिंह, विष्णु शर्मा, किशनु यादव, महावीर, हरेंद्र नेहरा, श्यामवीर सिंह, मुनेश, हरिकेश यादव, रणधीर, हरिराम, चंद्रपाल सिंह, संजीव त्यागी, विजेंद्र सिंह, राजवीर सिंह, सतवीर फौजी, अमरपाल, धर्मपाल आदि समेत ब़डी तादाद में किसान और महिलाओं ने हिस्सा लिया।