नई दिल्ली (30 सितम्बर 2015)-दिल्ली सरकार द्वारा दशहरे के दिन कार फ्री डे मनाने को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए है । इस मामले पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने गुरुवर को प्रदेश कार्यालय में एक प्रेस कान्फ्रेन्स को संबोधित किया। उन्होने कहा कि दिल्ली सरकार ने 22 अक्टूबर को इंडिया गेट से लेकर लाल किले तक कार-फ्री जोन घोषित किया है। जबकि 5 जून 2015 को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में दिल्ली सरकार को हर महीने के पहले दिन को पब्लिक ट्रांसपोर्ट डे के रुप में घोषित करने के लिए पत्र लिखा था।
मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने 5 जून 2015 को दिल्ली के मुख्यमंत्री को एक पत्र विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में लिखा था। उस पत्र के एक अंश में अजय माकन ने लिखा था कि ‘‘यह सरकार के लिए अनिवार्य है कि सरकार को दिल्ली में प्रदूषण नियत्रंण के लिए जल्द गंभीर कदम उठाने चाहिए’’। हम सुझाव देते है कि दिल्ली सरकार को प्रत्येक महीने के पहले दिन को ‘‘पब्लिक ट्रांसपोर्ट डे’’ घोषित करना चाहिए। यह प्रदूषण नियंत्रण तथा यातायात के जाम को नियंत्रित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा। हम दिल्ली दिल्ली सरकार से यह मांग करते है कि इस दिशा में जनजागृति के लिए उचित कदम उठाऐ’’।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए दिल्ली सरकार को एक पत्र लिखा था। अब दिल्ली सरकार ने अजय माकन के द्वारा दिए गए सुझाव को अमली जामा पहना दिया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी दिल्ली को प्रदूषण मुक्त व सरल यातायात की दिशा मे काम करने के लिए प्रतिबद्ध है और 22 अक्टूबर 2015 को होने वाले कार फ्री दिन में भाग लेते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को इस दिन उक्त रुट पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करेगी।
दिल्ली की आप सरकार ने 22 अक्टूबर 2015 को पहला ‘‘कार फ्री डे’’ घोषित करने का निर्णय लिया है क्योंकि सरकार ने इस कार्यक्रम के लिए आसान रास्ता चुना है क्येांकि इस दिन दशहरा के उपलक्ष में सार्वजनिक अवकाश है। इस दिन सभी कार्यालय और विद्यालय बंद है और सभी प्राईवेट व निजी संस्थान भी बंद रहते है। यदि सरकार लोगों में रोजमर्रा की जिदंगी में व्यक्तिगत वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन को इस्तेमाल करने की आदत डालना चाहती है तो सरकार को ऐसे दिन को चुनना चाहिए था जो रोजमर्रा का कार्य दिवस हो।
मुखर्जी ने कहा कि 22 अक्टूबर को रामलीला मैदान व सुभाष मैदान में एक भव्य रावण दहन का आयोजन होता है जिसमें दिल्ली के कोने-कोने से लोग अपने संबधियों व मित्रों के साथ शरीक होते हैं और लाल किले के आस पास काफी भीड़-भाड़ होती है। इस प्रकार सरकार लोगों को जाने अनजाने में दशहरा के त्यौहार में भाग न लेने के लिए अपना फैसला उन पर जबरदस्ती लागू कर रही है। इस दिन लाल किले के आस पास दिल्ली पुलिस व यातायात पुलिस काफी व्यस्त रहती है और कार फ्री डे कारण उन पर अतिरिक्त भार पड़ेगा।