कानपुर(30अगस्त2015) – उत्तर प्रदेश सरकार भले ही पत्रकारों की सुरक्षा और हर ज़िले में प्रेस क्लब बनाने के जावे करे, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। यहां पर पत्रकारों को पुलिस और प्रशासन के हर रोज़ नये चेहरे देखने को मिलते हैं। रविवार को कानपुर कोतवाली में नाबालिग बाच्ची के साथ दुष्कर्म की खबर कावरेज करने पहुचे मीडिया कैमरा पर्सन को दारोग़ा की बदतमीज़ी का शिकार होना पड़ा है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ दरोगा अशोक कुमार ने पत्रकार को कैमरा तोड़ने की धमकी देते हुए उन पर रिवाल्वर तक तान दिया। कानपुर में कोतवाली थाना छेत्र में हुए नाबालिग बच्ची के साथ उसी के चाचा के द्वारा बलात्कार किए जाने की घटना को कवर करने कोतवाली पहुंचे टी वी चैनल के रिपोटर और कैमरा पर्सन को पहले तो कोतवाली में तैनात दारोग़ा अशोक कुमार की बदसलूकी का सामना करना पड़ा। बाद में दरोगा ने उनका कैमरा तोड़ने की धमकी तक दे डाली। जब उक्त मीडिया कर्मी ने विरोध किया तो दरोगा ने उस पर रिवाल्वर तान दिया।
इस मामले की जानकारी होते ही आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन और कानपुर पत्रकार संघ के मीडियाकर्मियो ने पुलिस प्रसासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की। जिसके बाद कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शलभ माथुर ने आरोपी दरोगा को लाइन हाज़िर कर दिया है। इस धरने और विरोध में मुख्य रूप से अवनीश दीक्षित,नीरज तिवारी,आशीष त्रिपाठी,नदीम,शीलू शुक्ला,योगेन्द्र अग्निहोत्री,इब्ने हसन जैदी सहित बड़ी तादाद में पत्रकार मौजूद थे।