नागपुर (15सितंबर2015)राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार (15 सितंबर 2015) नागपुर में विश्वेश्वरय्या राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (वीएनआईटी)- नागपुर के 13वें दीक्षांत समारोह
मे शरीक हुए ।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में एनआईटी को देश में नवाचार और उद्यमिता के लिए क्षमता बढ़़ाने में नेतृत्व करना चाहिए। उन्हें राष्ट्रीय विकास के लक्ष्यों के अनुरूप अपने कार्य करने चाहिए। उन्होंने वीएनआईटी- नागपुर से इस दिशा में अधिक से अधिक कार्य करने का आग्रह किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी, चुनौतियों से निपटने के लिए त्वरित, बेहतर और किफायती तरीकों की खोज कर समस्या का समाधान करती है। वे बेहतर भविष्य के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और समाज के बीच संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे मानवता के लाभ के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग करने की शपथ लें और देखें कि प्रौद्योगिकी के उपयोगे से हमारे देश के लोगों में कैसे प्रसन्न्ता, खुशहाली और समृद्धि फैलती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने ‘स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया’ अभियान शुरू किया है। इस पहल की सफलता इस पर निर्भर करती है कि हम कितनी नवीनता से प्रौद्योगिकी और देश में उपलब्ध मानवीय संसाधनों का उपयोग करते हैं। उन्होंने वीएनआईटी- नागपुर के छात्रों से उद्यमी बनने की अपील की, जो नौकरी के अवसर तलाशने की बजाय लोगों के लिए नौकरी के अवसर पैदा करते हैं। उद्यम तैयार करने से राष्ट्र, समाज और लोगों के लिए धन अर्जित होगा जो देश के समेकित और निरंतर विकास में उनका सबसे बड़ा योगदान होगा।