अहमदाबाद(27अगस्त2015)- अपनी कथित बदहाली को दूर करने के लिए आरक्षण की मांग कर रही लाखों की भीड़ ने गुजरात मॉडल की पोल खोल कर रखी दी है। पटेल आरक्षण की मांग पर बुधवार को हिंसा में तेज़ी देखी गई । दंगों की वजह से अहमदाबाद समेत नौ शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। बेक़ाबू हालात को काबू करने के लिए फौज ने कई शहरों में फ्लैग मार्च किया। दंगों के दौरान अब तक सात लोगों की मौत की ख़बर है।
राजनीति में उभरते चेहरे हार्दिक पटेल के आह्वान पर पटेल समुदाय के लिए ओबीसी कोटे की मांग को लेकर राज्य में बंद का ऐलान किया गया था। पुलिस के मुकाबिक़ पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के नेता हार्दिक पटेल को मंगलवार को हिरासत में लिए जाने के बाद से ही हिंसा शुरू हो गई थी। हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। जिसके बाद सूरत और अहमदाबाद में भारी बवाल हुआ। बेकाबू भीड़ ने कई जगह वाहनों को फूंक डाला। साथ ही अहमदाबाद में रेल की पटरियां उखाड़ी गईं, ख़बर है कि मालगाड़ी में भी आग लगाने की कोशिश की गई। सूरत में हज़ारों की भीड़ ने नगर निगम के दो वेयरहाउसों में आग लगा दी, इसकी वजह से यहां का हीरा और कपड़े का कारोबार भी ठप रहा।
उधर पटेल आरक्षण के नेता हार्दिक पटेल ने सरकार को चेतावनी दी है। उनका आरोप है कि राजनीतिक तंत्र के इशारे पर आंदोलन को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ज्यादती कर रही है। आने वाले दिनों में आंदोलन तेज होगा।
जबकि बवाल के बाद मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने इस बात से इनकार किया कि उनकी सरकार ने मंगलवार को अहमदाबाद रैली के दौरान प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज के आदेश दिये थे। जिसके बाद ही प्रदर्शन हिंसक हो गया था। उधर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीएम आनंदीबेन पटेल से बात की और हालात से निपटने में केंद्र की तरफ से मदद का भरोसा दिया। दंगे के बाद गुजरात में पिछले दंगे के दौरान सीएम रहे और वर्तमान पीएम ने नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता से अपील की है। उन्होने कहा है कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती पर किस तरह हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। उन्होने कहा कि मैं गुजरात के सभी भाइयों-बहनों से अपील करता हूं कि वे हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएं। केवल एक मंत्र होना चाहिए…शांति। गौरतलब है नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ही गुजरात दंगे के दौरान हज़ारों लोगों को सरेआम कत्ल किये जाने के आरोप लगे थे। हालात इतने बदतर हो गये थे कि तत्कालीन पीएम अटल बिहारी बाजपेयी को नरेंद्र मोदी को राजधर्म निभाने तक की नसीहत देनी पड़ गई थी। बहरहाल आज मोदी पीएम हैं और उनको गुजरात में वर्तमान दंगे पर बेहद अफसोस है।
कुल मिलाकर अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, राजकोट, जामनगर, पालनपुर, उंझा, विसनगर और पाटन कर्फ्यू की चपेट में हैं। जबकि दिल्ली-अहमदाबाद राजधानी समेत पांच ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, और दो का मार्ग बदला गया। सरकार ने ऐहतियातन गुरुवार को भी स्कूल और कॉलेज बंद रखने के निर्देश दिए हैं।