नई दिल्ली(29अगस्त2015)- नये ढंग और बदलाव के साथ देश की राजनीति में क़दम रखने वाली आम आदमी पार्टी ने पंजाब में चौंकाने वाला फैसला लिया है। आप ने यहां अपने चार सांसदों में से दो को पार्टी से निलंबित करने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी द्वारा जारी एक रिलीज़ के मुताबिक़ पार्टी ने पंजाब में पटियाला के अपने सांसद धर्मवीर गांधी और फतेहगढ़ के हरिंदर खालसा को अनुशासनहीनता के आरोपों में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। रानीतिक हलक़ों में इसको बड़ी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से पार्टी के भीतर चल रहे सियासी संकट से निबटते हुए पार्टी हाइकमान ने कई सख़्त फैसले लिये हैं। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण प्रकरण के बाद से इनके पक्ष में बोलने की कोशिश करने वालों को ठिकाने लगाने की प्रक्रिया के तौर पर भी इस कार्रवाई को देखा जा रहा है। क्योंकि ये दोनों सांसद इससे पहले भी दिल्ली के सीएम और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साध चुके हैं। शनिवार को पंजाब की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) ने दोनों सांसदों को सस्पेंड किया है। साथ ही आगली कार्रवाई के लिए एनडीएसी के पास मामला रेफर कर दिया गया है। रिलीज़ के मुताबिक़ एनडीएसी के तीन मेंबर पंकज गुप्ता, दिलीप पांडे और दीपक बाजपेयी अब उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। दरअसल दोनों ही सांसदों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। साथ ही आरोप है कि इन सांसदों ने पार्टी के खिलाफ रैली भी की थी और इन पर पंजाब में अलग से संगठन खड़ा करने का भी आरोप है। इसके अलावा धर्मवीर गांधी ने दो ही हफ्ते पहले योगेंद्र और प्रशांत के नेतृत्व वाले ‘जय किसान आंदोलन’ में कार्यकर्ताओं को शामिल होने को कहा था। आरोप ये भी है दोनों ने इसी महीने योगेंद्र और प्रशांत भूषण को पार्टी से निकाले जाने का विरोध किया था। उधर सस्पेंड होने वाले सांसद हरिंदर खालसा ने कहा है कि मैंने कोई अनुशासन नहीं तोड़ा। पार्टी में आवाज उठाना अनुशासन तोडना नहीं होता ।