ग़ाज़ियाबाद (17 जनवरी 2015)- आई.आई.ए. गाजियाबाद चैप्टर ने अपने चौथी ‘मंथन‘‘ बैठक का आयेजन किया। जिसका मुख्य उददेष्य है कि एम.एस.एम.ई. के सामने आने वाली समस्याओं एवं सुझावों को एकत्रित करना और उनके समाधान हेतु कदम उठाना। इस बार का आई.आई.ए. का मुख्य विषय डिले पेयमेन्ट एक्ट एवं एम.एस.एम.ई. फेसीलिटेशन कांउसिल की जागरूकता और रजिस्ट्रेशन तथा पॉवर फैक्टर-01 के सम्बन्ध में है। आज के समय में उद्यमियो को व्यापार न मिलना व भुगतान फंसना आदि के कारण उद्यमियो पर दोहरी मार पड रही है और जिस के कारण उत्पादन दर कम हो रही है तथा खर्चे बढ़ रही है, जिस के कारण उद्यमियो को परेशानी का सामना करना पडता है। यदि बैक में 90 दिन के अन्दर भुगतान न किया जाये तो बैक द्वारा उस उद्यम को ए.एन.पी. (नॉन प्रफोरमिंग एकाउन्ट) कर दिया जाता है, जबकि एम.एस.एम.ई. अधिनियम के अनुसार 90 दिन के अन्दर यदि उद्यम का भुगतान न हो तो उस पर कोई आपत्ति नही है।
वहीं दूसरी और एम.एस.एम.ई. का कहना है कि यदि उद्यम बैंक को 90 दिन के अन्दर भुगतान नही करता है तो उसे बैंक ए.एन.पी. कर देता है। एम.एस.एम.ई. की ऐसी ही समस्याओं के समाधान हेतु आई.आई.ए. द्वारा मंथन बैठक के संचालन का षुभारम्भ किया है। इस बार डिले पेयमेन्ट एक्ट एवं एम.एस.एम.ई. फेषीलिटेषन कांउसिल जागरूकता तथा पावर फैक्टर का विशय लेकर आई.आई.ए. द्वारा यह बताया गया है कि डिले पेयमेन्ट एक्ट क्या है एवं एम.एस.एम.ई. फेषीलिटेषन कांउसिल के तहत कैसे उद्यमी फायदा उठा सकते हैं तथा कैसे अपने केस को दायर कर सकते हैं, तथा किन-किन चीजों के माध्यम से हम पावर फैक्टर बचा सकते हैं। इस मौके पर प्रदेश महासचिव नीरज सिंघल ने डिले पेयमेन्ट एक्ट एवं एम.एस.एम.ई. फेसिलिटेशन कांउसिल की जागरूकता एवं रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में बताते हुए कहा कि एम.एस.एम.ई. की इस समस्या के समाधन हेतु एम.एस.एम.ई. फेषीलिटेषन कांउसिल की स्थापना कानपुर में की गयी है, जिसका कुछ उद्यमियो द्वारा लाभ भी उठाया गया है, परन्तु उक्त समिति दूर होने के कारण सभी उद्यमी इस का लाभ नही उठा पाते हैं। आई.आई.ए. का प्रयास हैं कि उक्त समिति की स्थापना अपने क्षेत्र में भी होनी चाहिए, ताकि यहां के उद्यमी इसका लाभ उठा सकें।
आर.टी.आई. वर्किंग ग्रुप के चैयरमेन साकेत अग्रवाल ने पावर फैक्टर के सम्बन्ध में बताया कि किन-किन चीजों के माध्यम से हम पावर फैक्टर बचा सकते हैं। बैठक का संचालन आई.आई.ए. गाजियाबाद चैप्टर के सचिव प्रमोद जॉन ने किया तथा उपाध्यक्ष राकेश अनेजा द्वारा मंथन की विस्तृत जानकारी दी। चैप्टर चैयरमेन राजीव गोयल ने अगले मंथन एवं आई.आई.ए. की ग्रोथ हेतु उपस्थित सदस्यों से सुझाव माँगे तथा बताया कि मंथन के माध्यम से किसी भी विषय पर उद्यमियों से प्राप्त होने वाले सुझाव/समस्याऐं आई.आई.ए. के माध्यम से राज्य एवं भारत सरकार को भेजे जायेगें। इस मंथन में केन्द्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमित नागलिया, प्रदेश महासचिव नीरज सिंघल, एम्पलॉयमेन्ट एक्सचेंज वर्किंग ग्रुप के चैयरमेन जे.पी. कौशिक, आई.पी.आर. वर्किंग ग्रुप के चैयरमेन डा0 बी.पी. शर्मा, आर.टी.आई. वर्किंग ग्रुप के चैयरमेन साकेत अग्रवाल, एम्पलॉयमेन्ट एक्सचेंज वर्किंग ग्रुप के को-चैयरमेन नवीन धवन, चैप्टर चैयरमेन राजीव गोयल, सचिव प्रमोद जॉन, कोशाध्यक्ष यश जुनेजा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गर्ग, उपाध्यक्ष मनोज कुमार, राजेन्द्र कुमार, राकेश अनेजा तथा एस.के. शर्मा, सं0 सचिव रमन मिगलानी, संजय गर्ग व अमरीक सिंह, कार्यकाररिणी सदस्य अनिल कपूर मनोज खरबन्दा, प्रदीप कुमार गुप्ता मनीश मदान आदि अन्य सदस्यों ने भाग लिया।