मेरठ(23जुलाई2015)- मानव तस्करी, महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ रहे अपराध को लेकर इंसपक्टर जनरल ऑफ पुलिस मेरठ बेहद गंभीरता का परिचय दे रहे हैं। इसी के मद्देनज़र मानव तस्करी तथा महिलाओं एवं बाल सरक्षण के सम्बन्ध में एक कार्यशला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का सफल आयोजन आई.आई.एम.टी कालेज गंगानगर मेरठ में पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन मेरठ द्वारा दीप प्रवज्जलित करके किया गया। जिसमें पुलिस उपमहानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र मेरठ, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मेरठ के साथ मेरठ परिक्षेत्र के सभी जनपदों के पुलिस अधिकारी व गणमान्य लोग उपस्थित रहे। गुरुवार को मानव तस्करी रोकने तथा महिला एवं बाल सरंक्षण हेतु परिक्षेत्र स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला में आलोक शर्मा पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन, रमित शर्मा पुलिस उपमहानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र, दिनेश चन्द दूबे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मेरठ, तहसीलदार, एसडीएम, चाइल्ड लाइन, डीजीसी क्रिमिनल, एसपीओ, मेडिकल ऑफीसर्स और पूरी रेन्ज के थानाध्यक्ष, बाल कल्याण अधिकारी उप निरीक्षक और महिला आरक्षी/एण्टी हयूमन टैफिकिंग यूनिट के प्रभारी तथा समस्त कर्मचारी/विशेष किशोर पुलिस इकाई के अधिकारी आदि उपस्थित रहे। पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन मेरठ आलोक शर्मा ने सम्बोधन में इस मामले को बेहद गंभीर बताते हुए इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही। इस मौके पर जी.डी अग्रवाल अपर निदेशक अभियोजन द्वारा मानव तस्करी से सम्बन्धित कानून व मानव तस्करी के अपराधों मे न्यायालय व अभियोजन के कार्य के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। कार्यशाला में रविकान्त, शक्ति वाहिनी एन.जी.ओ. नई दिल्ली द्वारा किशोर न्याय बालकों की देखरेख एवं सरक्षण अधिनियम 2000, 2007 के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा पुष्पेन्द्र कुमार जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा समेकित बाल संरक्षण योजना 1⁄4आईसीपीएस1⁄2 के सम्बन्ध में तथा जस्टिस एण्ड केयर संस्था द्वारा मानव तस्करी रोकने के नियम व कानून के सम्बन्ध मं जानकारी दी गयी। कार्यक्रम का संचालन पुलिस अधीक्षक यातायात पी.के. तिवारी द्वारा किया गया तथा समापन पुलिस उपमहानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र मेरठ रमित शर्मा द्वारा किया गया। जबकि सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन दिनेश चन्द दूबे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद मेरठ द्वारा किया गया।