गाजियाबाद(3अगस्त2015)- अदालत से मुकदमों का भार कम करने, जनता को अदालत में चक्कर लगाने से मुक्ति और सुलभ न्याय दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की है। जिसके तहत अब अदालत ख़ुद आपके द्वार जाकर आपके मामले को समझेगी और उस पर न्याय करेगी। इस व्यवस्था को मोबाइल कोर्ट का नाम दिया गया है। मोबिल कोर्ट क शुरुआत सोमवार को गाजियाबाद में की गई है।
जिला विधिक प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज रविंद्रनाथ मिश्र सचिव कमरुज़्ज़मा और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम अवतार गुप्ता ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर सचल लोक अदालत को रवाना किया। इस अदात एक मजिस्ट्रेट व उनका स्टाफ तैनात रहेगा जो लोगों के द्वार पहुंचकर न्याय उपलब्ध कराएगा।
सचल अदालत से आम नागिरिकों को आसानी से मिल सकेगा इंसाफ:राम अवतार गुप्ता
सचल अदालत के शुरु शुरु होने के मौके पर मौजूद गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सीनियर एडवोकेट राम अवतार गुप्ता ने इसे एक अच्छी पहल करार दिया। उन्होने कहा कि सचल लोक अदालत की मदद से जनमानस को आसानी से न्याय उपलब्ध हो सकेगा।
सचल लोक अदालत जनता के लिए अनमोल तोहफा: कुंवर अय्यूब अली
सचल लोक अदालत के शुरु होने पर क्राइम के जाने माने अधिवक्ता कुंवर अय्यूब अली का कहना है कि इस पहल से गरीब और आम लोगों को सुलभ न्याय मिलना आसान हो जाएगा साथ ही अदालत तक आने व जाने से भी उनको राहत मिलेगी। कुंवर अय्यूब अली का कहना है कि इस योजना से अदालतों में केसों की अधिकता से भी निजात मिलने की उम्मीद है।
इस्से उत्तर प्रदेश की जनता को कुछतो रहत मिलेगी