नई दिल्ली (5 जुलाई 2015)-व्यापम घोटाले के आरोपों से घिरी बीजेपी सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। इस मामले में कई लोगों की संदिग्ध मौत के बाद एक निजी चैनल के पत्रकार की मौत ने देश की सियासत को गर्मा दिया है। इस मामले में आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश सरकार और बीजेपी पर करारा प्रहार करते हुए व्यापम घोटाले और पत्रकार अक्षय की मौत की जांच सुप्रीमकोर्ट की निगरानी में कराए जाने की मांग की है। साथ ही आम आदमी पार्टी की मांग है कि पत्रकार अक्षय के विसरा की जांच भी मध्यप्रदेश से बाहर कराई जाए।
बीजेपी और मध्यप्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश प्रोफैश्नल एग्ज़ामिनेशन बोर्ड घोटाले यानि व्यापम मामले की निष्पक्ष जांच मध्यप्रदेश में कराया जाना संभव नहीं है। आम आदमी पार्टी यानि आप ने मांग की है कि व्यापम घोटाले की निष्पक्ष जांच के लिए इसकी जांच मध्य प्रदेश से बाहर कराई जाए। आप द्वारा एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि मध्यप्रदेश सरकार के इस बड़े घोटाले और उसके द्वारा प्रायोजित हत्याओं की न रुकने वाले सिलसिले की जांच सुप्रीमकोर्ट की निगरानी वाली कमेटी द्वारा की जानी चाहिए।
इसके अलावा पत्रकार अक्षय के बिसरा जांच को लेकर पत्रकार के परिवार की मांग का भी समर्थन आप ने किया है। दरअसल पत्रकार अक्षय के परिवार वालों की मांग है कि अक्षय के विसरे क जांच मध्य प्रदेश से बाहर कराई जाए। आप ने अक्षय के परिवार और दुसरे पत्रकार संघटनों की मांग का समर्थन करते हुए अक्षय के विसरा जांच को मध्यप्रदेश से बाहर दिल्ली में कराए जानी की मांग की है। 2013 से चल रही व्यापम घोटाले की जांच पर सवाल उठाते हुए आम आदमी पार्टी का मानना है कि अब तक इस मामले में 45 लोगों की जांव चली गई है। आप ने जांच के मामले में अंदर मध्यप्रदेश सरकार और केंद्र दोनों पर सवाल उठाए हैं।