गाजियाबाद ( 27 मार्च 2016)- उत्तर प्रदेश के प्रमुख औधोगिक शहर और दिल्ली एनसीआर से सटे गाजियाबाद में प्रशासन की अमुमति के बगैर ही उघोग चलाये जा रहे हैं। इस राज से पर्दा तब उठा जब एक फैक्ट्री में कई घंटें तक लगी लाग को काबू करने के दौरान जिलाधिकारी समेत आला अफसरों का दल मौक़ा ए वारदात पर पहुंचा। एनएच 24 पर एक कैमिकल फैक्ट्री में लगी आग के बाद हालात का जायज़ा लेने के दौरान निदेशक कारखाना ने बताया कि यह फैक्ट्री फैक्ट्री एक्ट में पंजीकृत नहीं थी।
बुधवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे एनएच 24 के पास उद्योग कुंज में भारत कैम्किल प्रोडेक्ट अचानक आग लगी। देखते ही देखते आसमान पर लपटों और धुएं के काले बादलों से इलाके में अफरा तफरी फैल गई। काफी मुशक़्क़त के बाद आग पर काबू पाया गया। मौके पर जिलाधिकारी विमल कुमार शर्मा मुख्य विकास अधिकारी कृश्णा करूणेष एस.पी. देहात एस.डी.एम. डॉ. नितिन मदान क्षेत्राधिकारी पुलिस उप निर्देषक कारखाना के साथ पुलिस प्रशासन के अधिकारी दमकल गाडियों के साथ पहुंचे।
गाजियाबाद सूचना विभाग द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़ जिलाधिकारी ने नगर मजिस्टेªट को आग लगने के सम्बन्ध में जांच के निर्देष दिये है। उन्होंने अपने आदेश में कहा है कि नगर मजिस्टेªट 15 दिन के अन्दर इसमें जांच कर अपनी आख्या उन्हें प्रस्तुत करें। इस मामले में उप निर्देषक कारखाना श्री खालिद ने बताया कि यह फैक्ट्री ,फैक्ट्री एक्ट में रजिस्टर्ड नही है। उन्होंने बताया कि आग लगने से कोई जन हानि नही हुयी है। उन्होंने बताया कि अभी आग लगने के कारण फैक्ट्री में गर्मी अधिक है। इसलिए कल अग्नि ठन्डी होने पर फैक्ट्री में आग लगने के कारणों पर जांच की जायेगी।