अमेरिका में 9/11 हमले के 14 बरस बीत चुके हैं, लेकिन इस हमले ने लोगों के दिलों पर ऐसे जख्म दिए हैं जो कभी नहीं भरेंगे। अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आज ही के दिन यानि 11 सितंबर 2001 को हमला हुआ था। जिसमें हजारों लोग मौत की नींद सो गए थे। अमेरिका की शान माना जाने वाला वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पलभर में राख का ढेर बन गया था।
11 सितंबर 2001 की सुबह अमेरिका में वह हुआ जिसकी कभी किसी उसने कल्पना नहीं की थी। उस वक्त दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश सहमा हुआ था। आतंकवादी हमले का खौफ हर अमेरिकी के चेहरे पर साफ देखा जा सकता था। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हुए हमले ने अमेरिका को हिलाकर रख दिया। उस सुबह भी न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में लोग आम दिनों की तरह काम कर रहे थे। किसी को यह अंदाजा नहीं था कि उन पर मौत का साया मंडरा रहा है।
14 साल बाद भी 9/11 हमले की यादें आज भी हर किसी के जेहन में ताजा हैं। हमले में करीब 3000 लोगों की मौत हुई थी और मरने वालों में 57 देशों के लोग शामिल थे। पूरी इमारत करीब दो घंटे में मलबे में तबदील हो गई थी।
हमले के पीछे अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ था। यह हमला चार विमानों को हाईजैक करके किया गया था, जिसमें 18 आतंकवादी शामिल थे। इनमें से दो वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकराए गए थे, जबकि एक से अमेरिका रक्षा विभाग ‘पेंटागन’ को निशाना बनाने की कोशिश की गयी थी। विमान पेंटागन के पास जा गिरा था। चौथा विमान फ्लाईट 93 पेनसिल्वेनिया में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। बदला लेते हुए अमेरिका ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा को मार गिराया था।